उज्जैन। संपूर्ण प्रदेश सहित उज्जैन में भी स्मार्ट विद्युत मीटर लगाए जा रहे हैं और जिस से मनमाने तरीके से मीटर खराब हो जाने पर उसका शुल्क, ग्राहकों से वसूला जाएगा। लाइन लॉस से भी वहां के संबंधित मीटरों पर विद्युत शुल्क बढ़ जाएगा और उसकी खपत उन मीटरों में आ जाएगी जिससे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार पड़ेगा तथा उपभोक्ता की जमा राशि या निर्धारित राशि लिमिट खत्म हो जाने पर उपभोक्ता के घर की बिजली स्वत: कट जाएगी ,जिससे उपभोक्ताओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
इस मुद्दे को भारी विकट समस्या बताते हुए विधायक महेश परमार ने सीएमडी विधुत वितरण से चर्चा कर चेताया है, कि स्मार्ट मीटर लगाने की स्वैछिक विकल्प उपभोक्ता को दिया जाए, अन्यथा वो आंदोलन करेंगें। उन्होंने एवं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विवेक गुप्ता एडवोकेट ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार द्वारा स्मार्ट मीटर कंपनी से भारी भ्रष्टाचार कर मीटर थोपना, उपभोक्ताओं को से लूट करने की साजिश रची जा रही है।
जिसके तहत यह जबरिया मीटर लगाए जा रहे हैं ,और नहीं लगाने या इंकार करने पर एफ आई आर दर्ज करने की धमकी दी जा रही है। सरकार का यह तुगलकी निर्णय नींदनीय है, कांग्रेस इसका विरोध करती है और स्मार्ट मीटर घोटाले में लिप्त अधिकारियों के विरुद्ध लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करेगी।
मीटर न लगवाने पर केस दर्ज न करे पुलिस
उन्होंने उज्जैन आईजी राकेश गुप्ता एवं एसपी सत्येंद्र शुक्ला से भी मांग की है कि स्मार्ट मीटर नहीं लगवाने के पर उपभोक्ताओं के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज नहीं की जावे तथा दर्ज प्रकरण समाप्त किए जाएं। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा वैसे भी उपभोक्ताओं पर मनमाने बिल दिए जा रहे हैं , व मध्यप्रदेश की भाजपा की षड्यंत्रकारी सरकार ने बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि का उपभोक्ताओं की कमर तोड़ डाली है। प्रदेश के उपभोक्ताओं को के हितों के लिए जल्द उज्जैन में कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी ।