सलाहकार समिति ने दो माह तक मामले को लटकाए रखा, अब सीजन आने से व्यापारी व्यस्त
उज्जैन, अग्निपथ। अनाज तिलहन व्यापारी संघ के चुनाव अब तय समय से छह माह बाद हो पाएंगे। चुनाव कराने के लिए बनाई सलाहकार समिति ने दो माह तक मामले को लटकाए रखा और अब आचार संहिता के लागू हो जाने से दिसंबर तक मामला उलझ गया है। विधानसभा चुनाव के बाद ही अब साधारण सभा को बुलाकर फैसला लिया जा सकेगा।
इस संबंध में अनाज तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल का कहना है कि प्रत्यक्ष रूप से चुना कराने को लेकर सलाहकार समिति के माध्यम से सुझाव मिल गया है। आचार संहिता लगी होने की वजह से अब चुनाव के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
वहीं मंडी के वरिष्ठ सदस्य हजारीलाल मालवीय का कहना है कि सोमवार को अनाज तिलहन व्यापारी संघ की बैठक हुई थी। इसमें प्रत्यक्ष कराने को लेकर मिले प्रस्ताव पर चर्चा की गई। साधारण सभा को फिर से बुलाकर फैसला लिया जाएगा। अब साधारण सभा क्या फैसला करती हैं इसके बाद ही कुछ फायनल निर्णय होगा।
हरजनका ने साधारण सभा के फैसले को लटकाया
बताया जाता है कि साधारण सभा ने जब प्रत्यक्ष रूप से चुनाव कराने का फैसला किया था, तब मुकेश हरभजनका अध्यक्ष थे। उनके साथ ही उनकी कार्यकारिणी ने साधारण सभा के फैसले को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया था। इस वजह से ठहराव नहीं हुआ और आज तक प्रत्यक्ष रूप से चुनाव नहीं हो पाए। अब फिर से साधारण सभा को बुलाकर फैसला कराना पड़ेगा। उसके बाद कार्यकारिणी ठहराव करके फैसला करेगी। तब प्रत्यक्ष रूप से चुनाव हो सकेंगे।
मंडी के व्यापारियों की पूछ परख बढ़ेगी
बताया जाता है कि अभी गुटबाजी के कारण व्यापारियों के वोट गुटों में बंट जाते हैं। परन्तु प्रत्यक्ष रूप से अध्यक्ष का चुनाव होने की व्यवस्था लागू हो जाने से प्रत्येक व्यापारी की पूछ-परख बढ़ जाएगी। हर व्यापारी को अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को सीधे संपर्क करना पड़ेगा।