विधायक परमार का नाम महापौर के लिए सामने आने के बाद भाजपा ने रणनीति बदली

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उज्जैन,अग्निपथ। नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी में इस बार महापौर प्रत्याशी को लेकर कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। परंतु जब से कांग्रेस की ओर से विधायक महेश परमार का नाम महापौर प्रत्याशी के लिए राजनीतिक गलियारे में उभरकर आया है तब से बीजेपी में परमार के विकल्प को लेकर मजबूत उम्मीदवार की खोजबीन की जाने लगी है। इसलिए भाजपा भी इस बार बैरवा प्रत्याशी की बजाय अन्य अनुसूचित वर्ग के महापौर प्रत्याशी के नाम पर दाव आजमाने की जुगत में है। इसके लिए भाजपा में एक नया मजबूत नाम रामचंद्र कोरट का उभरकर सामने आया है जो वर्तमान में राजनीतिक परिदृश्य से ओझल है।

नगर निगम चुनाव को लेकर दोनों ही दलों में महापौर प्रत्याशी के नाम को लेकर घमासान मचा हुआ है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी में प्रत्याशी चयन का कार्य उनकी चयन समिति बनी हुई है। उसके अनुसार ही पार्षदों एवं महापौर प्रत्याशी का चयन होता आया है। परंतु कांग्रेस पार्टी में ऐसा कुछ नहीं होता जिसका जोर होता है वही महापौर का टिकट लेकर चला आता है। प्रत्याशी चयन के लिए पार्टी दिखावे के रूप में कई ढोंग करती आई है। यह नजारा कई चुनावों में उज्जैन की जनता देखती आ रही है। निगम चुनाव को लेकर इस बार एक अलग ही नजारा होने वाला है।

दोनों ही दल मजबूत उम्मीदवार शहर को देने के पक्ष में नजर आ रहे हंै। कांग्रेस पार्टी की ओर से जब से विधायक महेश परमार का नाम महापौर प्रत्याशी के रूप में मजबूती से सामने आया है। तब से भारतीय जनता पार्टी में भी गेर बैरवा उम्मीदवार चयन को लेकर अपने पुराने ढर्रे से विपरीत चयन पर पुनर्विचार शुरू कर दिया है। अभी तक भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी दोनों ही दल दो दशक से बैरवा समाज पर महापौर प्रत्याशी के रूप दाव आजमाता रहा है।

परंतु इस बार भारतीय जनता पार्टी भी प्रत्याशी चयन को लेकर फूंक फूंक कर कदम उठा रही है। उज्जैन शहर में बैरवा समाज एवं बलाई समाज की आबादी लगभग बराबरी पर है। बलाई समाज का तो मानना यह है कि बैरवा समाज से काफी अधिक जनसंख्या उज्जैन शहर में बलाई समाज की है। उनका मानना है कि हर वार्ड में बलाई समाज के पांच सौ से लेकर तीन हजार तक बलाई समाज के मतदाता निवासरत हैं।

जो महापौर बनाने में काफी निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी कई प्रमुख शहरों में मजबूत विधायकों को महापौर प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारे जा रही है। उज्जैन से विधायक महेश परमार ने चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर कर अपना आवेदन उज्जैन आए कांग्रेस पर्यवेक्षक बाला बच्चन को दिए जाने के बाद यह तय माना जा रहा है कि महेश परमार ही उज्जैन से कांग्रेस की ओर से महापौर का चुनाव लडेंगे।

विधायक परमार का नाम के आने के बाद भारतीय जनता पार्टी में भी अनुसूचित जाति वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं उज्जैन नगर पालिका निगम के सफाई कर्मचारी संघ के प्रमुख रहे रामचंद्र कोरट का नाम भारतीय जनता पार्टी में महापौर प्रत्याशी के रूप में मंथन किया जा रहा है। नगर निगम में रहते हुए उनके पास एक मजबूत वोट बैंक है। जिनके लिए पार्टी की ओर समर्पण भाव से उनकी सेवा की है।

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