प्रेसवार्ता में ब्राह्मण फेडरेशन के मंच पर मौजूद माया त्रिवेदी का विरोध किया भीम आर्मी ने
उज्जैन, अग्निपथ। एट्रोसिटी एक्ट और आरक्षण हटाने की बात करने वाले राजनेताओं को हर मंच पर भीम आर्मी विरोध करेगी, क्योंकि देश में आज भी दलितों को घोडी पर चढऩे से रोका जाता है और मंदिरों में प्रवेश नहीं दिया जाता है।
यह दावा गुजराती सूर्यवंशी समाज के प्रदेश अध्यक्ष और भीम आर्मी के दुलेसिंह सूर्यवंशी, राम सोलंकी, सोनू मालवीय ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता में किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन 16 राज्यों के ब्राह्मण प्रतिनिधियों के बीच में एट्रोसिटी एक्ट को हटाने और आर्थिक आधार पर आरक्षण दिए जाने की बात की गई। इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्षद माया राजेश त्रिवेदी भी अतिथि के रूप में मौजूद थी, परन्तु उन्होंने इस मुद्दे पर बोलने वालों को रोकने की कोशिश नहीं की।
अब वे कांग्रेस से उज्जैन उत्तर से विधानसभा का टिकट मांग रही है। क्या उन्हें दलितों के वोट नहीं चाहिए हैं। सूर्यवंशी का कहना है कि दलितों को संविधान के तहत मिले अधिकारी को रोकने के प्रयास करने किए जा रहे हैं। माया राजेश त्रिवेदी केवल सामान्य वर्ग के वोट हासिल करना चाहती हैं। उनकी सोच दलित और आदिवासी विरोधी है। सूर्यवंशी का आरोप है कि उन्होंने दलित महिला को प्रताडि़त करने का प्रयास भी किया था।
मैं कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद थी। मेरे सामने एट्रोसिटी एक्ट को हटाने या आरक्षण को हटाने की बात नहीं हुई। सुरेंद्र चतुर्वेदी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर बात कही है। इसमें कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति पर एट्रोसिटी एक्ट लगे तो जांच के बाद कार्रवाई हो। ताकि निर्दोष व्यक्ति प्रताडि़त होने से बच जाए और जांच में दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ कार्रवाई हो।
-माया त्रिवेदी, कांग्रेस पार्षद उज्जैन
मैंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के हिसाब से एट्रोसिटी एक्ट का पालन करने की बात कही । इसमें नया कुछ नहीं है। सालों से हम यही बात कह रहे हैं। ताकि निर्दोष व्यक्ति सजा से बचे और दोषी जांच के बाद कार्रवाई का सामना करे। चुनाव का समय है। इसलिए राजनीतिक बातें कही जा रही है। माया त्रिवेदी प्रत्याशी हैं इसलिए उनके खिलाफ बात हो रही है।
-सुरेंद्र चतुर्वेदी, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष