पोलाय कलां, अग्निपथ। क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी व पूर्व जनपद सदस्य चतुर्भुज तोमर ने पार्टी की अपेक्षा और विधायक कुणाल चौधरी द्वारा उन्हें सम्मान नहीं देने के बावजूद टिकट न मिलने से नाराज होकर कांग्रेस का साथ छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। उन्होंने राज्यसभा सांसद एवं पूर्व संगठन मंत्री संदीप पाठक के समक्ष दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। साथी कालापीपल विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में भी चतुर्भुज तोमर को हरी झंडी मिल गई।
कालापीपल विधानसभा में विधायक कुणाल चौधरी द्वारा सिर्फ युवाओं के बल पर कालापीपल फतह करना उनका मकसद रह गया। उम्र दराज कांग्रेस नेताओं को दरकिनार कर चुनावी वैतरणी पार करना चाहते हैं। कुणाल चौधरी को यह भी पता नहीं कि कौन कांग्रेस से जुड़ा है और कौन फूल छाप कांग्रेसी है। अभी वर्तमान में कुणाल चौधरी फूल छाप कांग्रेसियों से घिरे हुए हैं।
कालापीपल में कांग्रेस की स्थिति दिख रही है वैसी है नहीं, मगर सत्ता मद में कांग्रेस को कुछ दिख नहीं रहा है। ऐसे में चतुर्भुज तोमर का आम आदमी पार्टी का दामन थामना निश्चित तौर से कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। ऐसे ही कांग्रेस को चतुर्भुज तोमर से खतरा था और एक मजबूत स्तंभ गिरने के बाद खतरा और बढ़ गया है। चतुर्भुज तोमर के समर्थक क्षेत्र में काफी हैं।
वहीं कांग्रेस वह भाजपा की घोषणा व वादा खिलाफी लोगों को गले नहीं उतर रही है। और तीसरे विकल्प के रूप में वह आम आदमी पार्टी को ही देख रहे हैं। वर्तमान में कालापीपल में त्रिकोणी मुकाबला तो निश्चित हो गया है आगे और भी मुश्किल कांग्रेस की बढ़ेगी ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।