उज्जैन, अग्निपथ। आबकारी विभाग में नौकरी दिलाने के नाम से युवक से 3 लाख की धोखाधड़ी हो गई। पुलिस ने जांच के बाद मामले में प्रकरण दर्ज किया है।
नीलगंगा थाना पुलिस ने बताया कि क्षिप्रा विहार कालोनी में रहने वाले संदीप जाट की कुछ माह पहले दोस्त ने तिरूपति डायमंड में रहने वाले राजेन्द्र झाला से पहचान कराई थी।
राजेन्द्र से खुद को पुलिस विभाग से सेवानिवृत होना बताया और आबकारी विभाग में अच्छी पहचान होने पर संदीप को आरक्षक की नौकरी लगवाने का झांसा दिया। 8 माह पहले संदीप उसकी बातों में आ गया। उसने राजेन्द्र झाला को पुलिस का सेवानिवृत्त अधिकारी मानते हुए नौकरी की हामी भर दी। राजेन्द्र ने उससे 3 लाख रूपये देने के लिये कहा। संदीप ने पहले दो लाख और बाद में तिरूपति डायमंड कालोनी पहुंच 1 ला ा रूपये दिये।
एक माह गुजरने के बाद नौकरी नहीं लगी तो राजेन्द्र से संपर्क किया। कुछ दिनों तक वृद्ध ने टालमटोल की, उसके बाद संदीप ने पैसे लौटाने का दबाव बनाया तो राजेन्द्र झाला ने कुछ दिनों पैसे लौटाने का एग्रीमेंट कर लिया। अब मकान पर ताला लगाकर गायब हो गया है।
अपने साथ नौकरी के नाम पर हुई धोखाधड़ी की शिकायत संदीप ने थाने आकर की। टीआई विवेक कनोडिया ने बताया कि जांच के बाद धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपी राजेन्द्र फरार है, जिसके गिर त में आने पर मामले का खुलासा होगा। संभावना है कि आरोपी की धोखाधड़ी का शिकार कुछ ओर लोग भी सामने आ सकते है।