उज्जैन, अग्निपथ। दैनिक अग्निपथ ने अपने 7 अक्टूबर के अंक में प्रकाशित किया था कि जिला अस्पताल के पीछे 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण के चलते आरएमओ आफिस को यहां से शिफ्ट किया जाएगा। गुरुवार को 50 साल पुराने आरएमओ कार्यालय को शिफ्ट कर दिया गया। वहीं रोगी कल्याण समिति कार्यालय को चरक अस्पताल की छठी मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया है।
उज्जैन के जिला अस्पताल में भी मरीजों को अच्छा इलाज देने के लिये आरएमओ आफिस के पीछे की जगह पर 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण किया जा रहा है। गुरुवार को आरएमओ आफिस पर भी ताला लगाकर इसको बंद कर दिया गया। सारे रिकार्डस को पास ही स्थित रोगी कल्याण समिति के कार्यालय में शिफ्ट कर दिया गया। अब आरएमओ आफिस का संचालन यहीं से किया जायेगा।
पुराने आरएमओ कार्यालय को क्रिटिकल केयर यूनिट बनने के के चलते जमींदोज कर दिया जाएगा। लिहाजा आरएमओ आफिस को जिला अस्पताल की बिल्डिंग के पीछे बन रहे 100 बेड के सुपर स्पेशयलिटी यूनिट बन जाने के बाद वहां पर स्थानांतरित कर दिया जायेगा। पूर्व में चरक हास्पीटल की छंठी मंजिल पर स्थित पुराने सीएमएचओ आफिस में इसको स्थानांतरित करने की योजना थी। लेकिन जिला अस्पताल से काफी दूर होने के कारण यहां से कार्य करना मुश्किल भरा होगा। लिहाजा इसको पास ही स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया।
50 बेड का बनेगा ट्रामा सेंटर
आरएमओ आफिस के पीछे की जगह पर 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट अर्थात ट्रामा सेंटर का निर्माण तेजी से चल रहा है। जिसके चलते आनन फानन में आरएमओ कार्यालय को हटाये जाने के आदेश दे दिये गये। गुरुवार को दिनभर कर्मचारी यहां पर रखे रिकार्डस रोगी कल्याण समिति कार्यालय में शि ट करते रहे। यहां पर ट्रामा सेंटर बन जाने के कारण एक्सीडेंटल मरीजों को इंदौर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यहीं पर उनका इलाज किया जा सकेगा।