उज्जैन, अग्निपथ। सवारी छोडक़र लौट रहे आटो चालक को रास्ते में बाइक से आये 2 बदमाशों ने रोका और हफ्ता मांगा। चालक ने मना किया तो बदमाशों ने बंधक बना लिया और अपने साथ लेकर चले गये। रास्ते में 15 सौ रूपये जेब से निकाले के बाद छोड़ भागे। पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू की है।
भैरवगढ़ थाना पुलिस ने बताया कि बापूनगर में रहने वाला राहुल पिता बालमुकुंद (30) आटो चलता है। बीती शाम वह सवारी छोडक़र लौट रहा था। उन्हेलरोड पर बाइक से आये दो बदमाशों ने उसे रोका और 200 रूपये ह ता मांगा। राहुल ने देने से मना कर दिया। बदमाश उसे बंधक बना लिया और अपने साथ पानबिहार रोड़ तक ले गये। जहां जेब में रखे 15 सौ रूपये निकालने के बाद जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले। पानबिहार मार्ग से राहुल एक ग्रामीण की मदद से वापस लौटा और थाने पहुंचकर शिकायत की।
राहुल का कहना था कि बदमाश जावेद अली और भोला है, जो गांधीनगर के रहने वाले है। दोनों आटो चालको के साथ आये दिन हफ्ता वसूली करते है उनका कहना है कि आटो चलाना है तो हफ्ता देना होगा। भैरवगढ़ थाना प्रभारी जगदीश गोयल ने बताया कि मामला दर्ज कर दोनों बदमाशों की तलाश की जा रही है। बदमाशों के खिलाफ पूर्व में अपराधिक प्रकरण दर्ज है।
बेटी की बीमारी से परेशान मां ने लगाई फांसी
उज्जैन, अग्निपथ। बेटी की बीमारी से परेशान मां ने फांसी लगा ली, परिजन उसे फंदे से उतारकर निजी अस्पताल लेकर आये थे। जहां उपचार के दौरान बुधवार-गुरूवार रात मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम किया है।
उन्हेल थाना क्षेत्र के ग्राम मालीखेड़ी में रहने वाली काजली पति रोहित (25) को परिजन उपचार के लिये निजी अस्पताल लेकर पहुंचे थे। काजली ने फांसी लगाई थी जिसे परिजनों ने फंदे से उतार लिया था सांसे चलने पर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन हालत गंभीर बनी हुई थी। रात में उपचार के दौरान मौत हो गई। सूचना मिलने पर माधवनगर पुलिस ने मर्ग कायम किया और शव पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल लाया गया। गुरूवार सुबह पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि कजली ने सात माह की बेटी को जन्म दिया था। 6 माह की बेटी जन्म के बाद से ही बीमार चल रही है। कजली बेटी की बीमारी के चलते परेशान रहने लगी थी।
इसी के चलते उसने आत्मघाती कदम उठाया है। माधवनगर पुलिस का कहना था कि मामले में मर्ग कायम किया गया है। जांच संबंधित थाना पुलिस को सौंपी जाएगी। घटनास्थल उनके थाना क्षेत्र का नहीं है। शव परिजनों को सौंप दिया गया है।