सरकार की स्टडी:45 साल या उससे ज्यादा के उम्र के 25 करोड़ लोगों को या तो कुपोषण या मोटापा, जानें छुटकारा पाने के तरीके

नई दिल्ली। हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बॉडी मास इंडेक्स (BMI) जारी किया है। इससे यह पता चलता है कि देश की कितनी आबादी को सही मात्रा में न्यूट्रिएंट मिल रहा है। BMI के आंकड़ों के मुताबिक भारत के में रह रहे 45 साल या उससे ऊपर के लोगों की कुल आबादी में से आधी ऐसी है, जिनमें या तो न्यूट्रिएंट की कमी है या ओवर-वेट हैं। देश की आबादी में 45 साल या उससे ऊपर के लोगों संख्या 50 करोड़ से भी ज्यादा है। यानी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक ऐसे लोगों की संख्या 25 करोड़ हो सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों में न्यूट्रिएंट की कमी है, उनमें से ज्यादातर लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। अगर हम ओवर-वेट की बात करें तो इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है।

क्या होता है BMI?

बॉडी मास इंडेक्स ​​​​यानी ​​​BMI। स्वास्थ्य मंत्रालय केे मुताबिक पुरषों का वेट उम्र के हिसाब सेे 5 किलो से 65 किलो तक होना चाहिए, जबकि महिलाओं का वेट 5 से 60 किलो। इसी आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय इंडेक्स बनाती हैै और उसमें अलग-अलग एज ग्रुप के लिए वेट तय कर, ओवर-वेट या अंडर-वेट का आंकड़ा देती है, इसे ही BMI कहते हैं।

​भोपाल में डाइटीशियन डॉक्टर निधि पांडे के मुताबिक ओवर-वेट और कुपोषित होना दोनों खतरनाक है। कुपोषित होने की कई वजहें होती हैं, गरीबी उनमें से एक हो सकती है, जबकि ओवर-वेट होने की बस एक वजह होती है और वह है खान-पान के प्रति लापरवाह होना।

कुपोषण से शरीर में बीमारियां घर कर लेती हैं

मुंबई में न्यूट्रिएंट स्पेशलिस्ट देवेश भार्गव कहते हैं कि, कुपोषण होने की सबसे बड़ी वजह गरीबी जरूर है, लेकिन यह आखिरी वजह नहीं है। लोगों में अशिक्षा के कारण जागरूकता की भारी कमी है। जिससे उन्हें पता ही नहीं होता कि सरकार ऐसे लोगों के लिए क्या पहल कर रही है और उसका कैसे लाभ उठाएं।

यह बात सबको पता होनी चाहिए की खाद्य सुरक्षा के तहत सरकार सभी को बेसिक खाने का सामान उपलब्ध करा रही है। सामुदायिक केंद्रों पर न्यूट्रिएंट से जुड़ीं दवाइयों और इंजेक्शन की मुफ्त व्यवस्था है। साथ ही जांच कराने की भी मुफ्त व्यवस्था सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर की गई है। जहां जाकर कोई भी अपना वेट और ब्लड टेस्ट करा सकता है।

ओवर-वेट होना जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकती

डॉ. निधि कहती हैं कि ओवरवेट और ओबेसिटी होने की बस एक वजह है, खान-पान को लेकर लापरवाह होना। कुछ लोग ओवर डाइट ले लेते हैं, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बिलकुल फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते और कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सबकुछ जानते हुए भी लापरवाही करते हैं। इसके चलते देश में ओवरवेट यानी मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है।

Next Post

किसान आंदोलन का 61वां दिन:दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च के लिए किसान आज रूट चुनेंगे; महाराष्ट्र के 21 जिलों के किसान मुंबई में जुटे

Mon Jan 25 , 2021
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 61वां दिन है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर पहली बार किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे, क्योंकि लंबी तनातनी के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों को परेड की परमिशन दे दी। किसान आज अपना रूट तय करेंगे। उधर, महाराष्ट्र के 21 जिलों […]