आवक अधिक होने से गुलाब-गेंदा के भाव गिरे
उज्जैन, अग्निपथ। नवरात्रि की महाअष्टमी पर उज्जैन की फूल मंडी में अन्य जिलों से भी फूलों की आवक अधिक होने से रविवार को फूलों के भाव में गिरावट आ गई। हालत यह थी कि श्राद्ध पक्ष में जो गुलाब 250 रूपए और गेंदा 50 रूपए तक बिका था। वहीं दशहरे के पहले फूलों के भाव औंधे मुहं गिर गए। भाव कम होने से किसानों को भी नुकसान हुआ है।
उज्जैन की फूल मंडी में श्राद्ध पक्ष के दौरान गुलाब और गेंदा के अच्छे भाव मिलने से इस बार महाअष्टमी से दशहरा पर्व तक फूल के भावों में तेजी रहने की संभावना किसानों को थी। इधर रविवार को मंडी में फूल लेकर पहुंचे किसानों को निराश होना पड़ा। कारण है कि अन्य जिलों से भी फूलों की आवक मंडी में होने से मंडी में माल अधिक हो चुका था। लिहाजा जो गुुलाब और और गेंंदा के अच्छे दाम मिलना थे, वे भी फिसल गए।
रविवार को मंडी में थोक में गुलाब 150 रूपए से 100 रूपए पर आ गया। वहीं अच्छी किस्म का गेंदा फूल 15 से 10 रूपए प्रति किलो पर पहुंच गया था। भाव गिरने के कारण किसानों को खेत से फूल तुड़ाई से लेकर मंडी तक पहुंचने के भाड़े में ही 10 से 12 रूपए प्रति किलो का खर्च हो चुका था। मंडी के शुरूआती दौर गेंदा 15 रूपए तक ही बिक सका। बाद में 10 रूपए किलो बेचकर जाना पड़ा। फूल मंडी के एजेंट दिलीप बारोट ने बताया गुलाब के फूल सुबह मंडी लगते ही 150 रूपए बिका बाद में यही गुलाब 100 रूपए किलो पर आ गया।
मंडी में कार्य करने वाले एजेंट प्रदीप डोडिया का कहना है कि अन्य जिलों से भी फूल मंडी में आने से यह स्थिति बनी है। आने वाले समय में भी फूलों की अधिक आवक रही तो दशहरा से दिपावली तक भाव कम ही रहेंगे।