जावरा से चुनाव लडऩे का ऐलान करने के बाद मिला प्रशासन का नोटिस
रतलाम। जावरा में निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर भाजपा और कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करने वाले जीवन सिंह शेरपुर को जिला प्रशासन ने जिला बदर करने का नोटिस जारी किया है। गौरतलब है कि करणी सेना परिवार के जीवन सिंह शेरपुर ने जावरा से निर्दलीय चुनाव लडऩे के साथ ही प्रदेश की 80 सीटों पर करणी सेना परिवार समर्थित उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।
जीवन सिंह शेरपुर की काँग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लडऩे की प्रबल संभावनाएं भी बनी थी लेकिन कांग्रेस ने यहां से हिम्मत श्रीमाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी दौरान जिला प्रशासन ने जीवन सिंह शेरपुर को जिला बदर का नोटिस जारी किया है। जीवन सिंह शेरपुर को नोटिस देकर 26 अक्टूबर के दिन जिला दंडाधिकारी के न्यायालय में उपस्थित होने का नोटिस दिया गया है। इसी दिन जीवन सिंह नामांकन दाखिल करने का ऐलान भी कर चुके हैं।
जिला प्रशासन से नोटिस मिलने के बाद जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि अब राजनीतिक पार्टियां और प्रशासन लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव भी लडऩे नहीं देना चाह रहे हैं। पुलिस द्वारा जिला बदर के लिए पेश किए गए प्रतिवेदन में कई त्रुटियां हैं और जिन मुकदमों का जिक्र जिला बदल करने के लिए किया गया है उसमें से 6 मामलों में न्यायालय द्वारा दोषमुक्त घोषित किया गया है। अपने फेसबुक लाइव में जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि मुझ पर दबाव बनाने और चुनाव के दौरान जिले से बाहर भेजने का षड्यंत्र किया गया है लेकिन वह चुनाव लडऩे का फैसला वापस नहीं लेंगे और 26 अक्टूबर को ही नामांकन भी दाखिल करेंगे।
बहरहाल जावरा से कांग्रेस के उम्मीदवार का विरोध होने के बाद जावरा का पॉलीटिकल बाजार जबरदस्त गर्म है। कांग्रेस का उम्मीदवार बदले जाने की मांग को लेकर कांग्रेस के असंतुष्ट भोपाल में भी डेरा डाले हुए हैं और निर्दलीय चुनाव लडऩे का मजबूत दावा पेश करने वाले जीवन सिंह शेरपुर को जिला बदर का नोटिस मिलने के बाद जावरा में राजनीतिक पारा और चढ़ गया है।