आज दशहरा मैदान और कार्तिक मेला प्रांगण में रावण दहन
उज्जैन, अग्निपथ। फ्रीगंज में महाकाल की सवारी का स्वागत और रावण दहन एक ही दिन किए जाने की परंपरा रही है। यह साठ साल पुरानी परंपरा है। परन्तु इस बार प्रशासन ने परमिशन नहीं दी इसलिए सोमवार को महाकाल की सवारी निकली और मंगलवार को दशहरा रावण का दहन किया जा रहा है।प्रशासन की वजह से यह परंपरा टूट गई है।
उक्त बात दशहरा उत्सव समिति फ्रीगंज के संयोजक ओमप्रकाश खत्री और शिवा खत्री ने प्रेस को जारी बयान के माध्यम से की। उन्होंने कहा कि आयोजकों ने प्रशासन को पत्र लिखकर परंपरा निर्वाहन के लिए परमिशन मांगी थी परन्तु प्रशासन ने नहीं दी तो वे मंगलवार को रावण दहन करेंगे। सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकलेगी।
इस दौरान विजय दशमी महोत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि शिप्रा के पावन तट पर 101 फीट के रावण का दहन 24 अक्टूबर को किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्व लाला अमरनाथ ने बर्ष 1963 में इस महोत्सव की शुरुआत की थी। साठ साल से इसका आयोजन किया जा रहा है। देवास के कलाकार रशीद खान आदि आतिशबाजी करेंगे। रावण का निर्माण उज्जैन से कलाकार नासिर शाह कर रहे हैं। 101 फीट का रावण विशेष शैली में निर्मित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम करेंगे। आतिशबाजी का शुभारंभ एसपी सचिन शर्मा करेंगे। कार्यक्रम में भाजपा उ मीदवार मोहन यादव, कांग्रेस प्रत्याशी चेतन यादव, मनोहर बैरागी और आप नेता विक्की यादव मौजूद रहेेंगे।
रावण पर जगमगाते तीरों के माध्यम से प्रहार किया जाएगा। इसमें ग्वालियर और शिवपुरी के आतिशबाज जंगी प्रदर्शन करेंगे। इस बार आतिशबाजी में विशेष आर्कषण 40 फीट उंचे गोल्डन और सिल्वर झरना रहेंगे। भगवान राम और लक्ष्मण की पालकी और देवगुरु बृहस्पति महाराज की पालकी पंरपरानुसार कार्तिक मेला प्रागंण पर पहुंचेगी।
पालकी का पूजन आयुक्त निगम रोशन सिंह द्वारा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पंडित आनंदशंकर व्यास, एवं स्व राधेश्याम उपाध्याय, पूर्व उप महापौर प्रेमनारायण यादव ने 1983 में इस आयोजन की शुरूआत की थी।