बीना की युवती ने सागर के युवक से एक माह पहले किया था प्रेम विवाह, 2 साल से है लिव-इन में
उज्जैन, अग्निपथ। मासूम को ट्रेन में छोडऩे वाली महिला और उसके पति को जीआरपी 2 दिन की तलाश के बाद बुधवार को इंदौर से गिरफ्तार कर उज्जैन ले आई। दोनों से पूछताछ जारी है। गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
रविवार-सोमवार रात नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन के कोच एस/8 की सीट नंबर 56 पर 15 दिन की मासूम छोड़ महिला गायब हो गई थी। मासूम लावारिस हालत में भोपाल जीआरपी को मिली थी। यात्रियों ने बताया था कि मासूम को उज्जैन स्टेशन से एक महिला लेकर चढ़ी थी और कुछ देर बाद लघुशंका का बोलकर चली गई थी। मामला उज्जैन का होने पर जीआरपी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी और प्लेटफार्म के साथ रेलवे परिसर और शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले थे। जिसमें महिला बच्ची के साथ प्लेटफार्म 4 और 6 पर दिखाई दी।
फिर नर्मदा एक्सप्रेस में चढ़ती दिखी। स्टेशन परिसर और शहर के कैमरे खंगालने पर महिला ऑटो में बैठी और नानाखेड़ा से इंदौर की बस में सवार होती दिखाई दी। जीआरपी इंदौर पहुंची और वहां के कैमरे देखे। जिसमें महिला एक युवक के साथ बाइक पर जाती देखी गई। नंबर ट्रेस करने पर बाइक इंदौर के कुशवाह नगर की होना सामने आयी। देर रात इंदौर से पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया। उसके साथ पति भी पकड़ा गया है। दोनों को बुधवार सुबह उज्जैन लाया गया। जीआरपी टीआई ज्योति शर्मा ने बताया कि गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। नन्हीं बालिका फिलहाल भोपाल के मातृछाया में है।
दोनों ने प्रेम विवाह करना कबूला
बताया जा रहा है कि युवती का नाम खूशबू निवासी बीना है। युवक सौरभ निवासी सागर है। दोनों के बीच 2 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनो भागकर इंदौर आ गये थे। इस दौरान खूशबू गर्भवती हो गई थी। दोनों ने एक माह पहले शादी कर ली। जिसके बाद 16 दिन बाद खूशबू ने बेटी को जन्म दिया। जिसके पैदा होते ही सौरभ ने खूशबु पर दबाव बनाया कि वह बेटी का पालन पोषण नहीं कर पाएगा। वह खुद फुड आउटलेट में डिलेवरी बॉय का काम करता है।
दोनों ने छोडऩे का लिया फैसला
सौरभ ने पुलिस को बताया कि उसने ही खूशबू को इंदौर रेलवे स्टेशन से ट्रेन में उज्जैन के लिये बैठाया था। वहां से अकेली उज्जैन पहुंची खूशबु ने प्लेटफार्म पर जल्दी जाने वाली ट्रेन देखी। नर्मदा एक्सप्रेस का टाइम होने पर वह ट्रेन में चढ़ी और मासूम को छोड़ तत्काल स्टेशन से बाहर आ गई। इंदौर पहुंचने पर सौरभ उसे लेने बस स्टेंड पहुंचा था। पुलिस ने दोनों के परिजनों को उज्जैन बुलाया है। मासूम को सौंपने का निर्णय कोर्ट से कराया जाएगा।