किसान के ट्रेक्टर से सरेआम दोपहर में 83 हजार उड़ा ले गया बदमाश

किसान नेता बोले-सरकार को बदनाम करवा रहे हैं मंडी के अफसर

उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में सोयाबीन बेचकर दूसरे किसान की मदद कर रहे किसान के ट्रेक्टर से बदमाश 83 हजार रुपए का थैला ले उड़ा। यह सूचना मिलते ही मंडी में हडक़ंप मच गया। किसान नेता मौके पर पहुंचे और नाराजगी जताई। वहीं चिमनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने देर मामला दर्ज कर लिया है।

चकरावदा से ईश्वर सिंह आंजना अपनी सोयाबीन मंगलवार रात को लेकर आए थे। 83 हजार रुपए की सोयाबीन को नीलाम करके वे मंडी के प्रांगण में खड़े थे। उनसे एक अन्य किसान ने मदद करने की बात कही और वे अपने नोटों से भरा बैग ट्रेक्टर पर टांगकर चले गए। जब दस मिनट बाद वापस लौटे तो बैग गायब मिला। इसकी सूचना उन्होंने साथी किसानों और अन्य लोगों को दी।

मंडी में किसान के 83 हजार गायब होने की सूचना पर हंगामा मच गया। तत्काल ही मंडी के प्रांगण प्रभारी महेंद्र जैन समेत अन्य लोग पहुंचे। वहीं किसान नेता केशर सिंह पटेल और दिनेश विश्वकर्मा भी पहुंच गए थे। उन्होंने मामले की सूचना मंडी के अफसरों को दी।

किसान अपनी पीड़ा बताते हुए रो पड़ा

मंडी में किसान ईश्वर सिंह आंजना अपनी शिकायत लेकर चिमनगंज थाने गया था। वहां किसान से आवेदन पुलिस ने ले लिया था। इसके बाद किसान वापस आ गया। किसान नेताओं के सामने अपनी बात कहते-कहते किसान रो पड़ा। वह कहने लगा कि घर पर परिवार रुपए का इंतजार कर रहा। अब मैं कैसे घर जाऊंगा। यहीं आत्महत्या कर लूंगा। किसान नेता केशर सिंह पटेल और दिनेश विश्वकर्मा ने उसे समझाया कि चिंता न करे। उनकी फसल का चोरी गया रुपया वापस दिलवाया जाएगा।æò

मंडी में 72 सुरक्षाकर्मी, मौके पर एक सामने आया

किसान नेता केशर सिंह पटेल और दिनेश विश्वकर्मा ने कहा कि मंडी में 72 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की बात कही जाती है। परन्तु किसान के रुपए गायब होने के बाद आज एक ही सुरक्षाकर्मी सामने आया है। इससे साफ होता है कि मंडी में सुरक्षा ठेके में धांधली की जा रही है। यह सरकार को बदनाम करने का प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की सुरक्षा के लिए मंडी में लगे अधिकांश कैमरे बंद हैं। मंडी में पूर्णकालिक सचिव नहीं रहने अव्यवस्था फैल रही है। कर्मचारियों के भरोसे मंडी में किसान और व्यापारी हैं। इसलिए लगातार वारदातें हो रही हैं।

हंगामा होने पर प्रांगण प्रभारी बोले-मैं नीलामी प्रभारी

किसान के पैसे गायब होने के मामले में नाराज किसानों को समझाने आए प्रांगण प्रभारी महेंद्र जैन से जब किसान नेताओं ने मंडी प्रांगण में सुरक्षा और अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की तो वे खुद को नीलामी प्रभारी बताने लगे। किसान नेताओं का कहना था कि मंडी में लगातार वारदातें हो रही हैं। प्रांगण प्रभारी की कार्यप्रणाली संदिग्ध हो गई है। न मंडी में किसान सुरक्षित है और न ही मंडी में व्यापारी। मंडी के संचालन के लिए कोई अफसर नहीं है।

किसान नेताओं ने कहा कि किसान के रुपए की भरपाई मंडी अफसरों को करनी होगी। किसानों के साथ किसी वारादात मंडी के कर्मचारी और अफसरों की लापरवाही का नतीजा है। उल्लेखनीय है कि महेंद्र जैन को प्रांगण प्रभारी और दीपक श्रीवास्तव के पास सहायक प्रांगण प्रभारी की जिम्मेदारी हैं।

किसान को पेमेंट लेने के बाद चौकस रहना होगा। मंडी में तीन शिफ्टों में गार्ड काम कर रहे हैं। कुछ ट्राली लगवा रहे हैं तो कुछ सुरक्षा व्यवस्था में उप मंडी में लगे हुए हैं। सीजन में लगातार किसानों के लिए व्यवस्था की जा रही है।

-डीएस वर्मा, प्रभारी मंडी सचिव उज्जैन

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