इस बार 20 से ज्यादा समितियों में अफसर और कर्मचारी रहेंगे व्यवस्थापक
उज्जैन, अग्निपथ। आचार संहिता के चलते कार्तिक मेले को लेकर अभी व्यवस्था नहीं बन पाई है। 26 नवंबर को कार्तिक मेला के शुभारंभ को लेकर तैयारी की जा रही है।
उक्त जानकारी कार्तिक मेला के आयोजक विभाग के प्रभारी और जनसंपर्क अधिकारी रईस निजामी ने दी। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग को नगर निगम आयुक्त और कलेक्टर के माध्यम से पत्र भेजा गया है। पत्र का जवाब आने के बाद व्यवस्था पर काम किया जाएगा। मेला आयोजित करने का मुख्य जिम्मा जनसंपर्क विभाग का होता है इसलिए सभी तैयारी पूरी समय पर कर ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि हर साल 20 से ज्यादा समितियां नगर निगम के आयोजन के लेकर बनती है। इस बार आचार संहिता के चलते समिति का मामला साफ नहीं हो पाया है। अफसर और कर्मचारी समिति के माध्यम से आयोजन करेंगे। 5 दिसंबर तक आचार संहिता लगी होने की वजय से मेला तब तक पूरी तरह से लग चुका होगा। इसलिए आचार संहिता के हटने के बाद महापौर के निर्देश पर आगे की समितियों का गठन किया जा सकेगा। फिलहाल कोई समिति नहीं बनी है।
उल्लेखनीय है कि कार्तिक मेला की दुकान की नीलामी पिछली बार आनलाइन की गई थी। भारी हंगामा और विवादों के बाद मेले की दुकानें नीलाम हुई थी। नगर निगम को कार्तिक मेले से 74 लाख 92 हजार रुपए की आय हुई थी। इसके अलावा पार्किंग के ठेके से चार साल 41 हजार की आय हुई थी। समितियों का व्यय भी इसी मद के माध्यम से किया जाता है।
ये आयोजन हुए थे पिछली बार
साल 2022 में कार्तिक मेले में लोकनतृत्य, तेजाजी कथा, कबीर भजन और लोक गायन, कत्थक नृत्य की प्रस्तुति, माचश्री, लाइव आर्केस्ट्रा, सदाबहार गीतों की प्रस्तुति, सांरगी वादन, अखिल भारतीय कवि स मेलन, फिल्म स्टार नाइट, घूमर और बृज नृत्य, राजस्थानी लोक गीत, भजन और देशभक्ति गीत, मालवी, राजस्थानी और भवई नृत्य, संगीतमयी ज परो, स्कूली बच्चों का नृत्य, दामोदर भगवान कथा, वालीबुड सिंग नाइट, बॉडी बिल्ंिडग प्रतियोगिता, गतका प्रदर्शन और खाटूश्याम भजन संध्या का आयोजन किया गया था।