उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर थाना झारड़ा क्षेत्र अंतर्गत यशवंत खेड़ा गांव में दलित समाज की 10 वर्षीय मासूम के साथ पड़ोस में रहने वाले युवक ने मासूम के साथ दरिंदगी की। युवक ने मासूम को काम के बहाने अपने घर बुलाया और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
ग्राम यशवंतखेडा में रहने वाला परिवार खेतों में मजदूरी का काम करता है। घटना 31 अक्टूम्बर मंगलवार की है जब मासूम घर के बाहर खेल रही थी घर बालिका के पिता खेत पर गए हुए थे। अचानक से लडकी रोते हुए घर में आई ओर उसने अपनी माँ को बताया कि मंदिर में खेलने के दौरान जीवन बंजारा ने काम का कह कर घर ले गया। मुझ से कहा की घर मे उपर से पेटी उतारनी है। घर के दूसरे कमरे में रैक पर चढाया और पेटी नीचे उतरवाई, जिसके बाद उसने बालिका के साथ गलत काम किया।
एएसपी नितेष भार्गव ने बताया कि दरिंदे जीवन नें बच्ची को अकेला पाकर उसका मुह दबा दिया ओर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने फरार आरोपी को 24 घण्टे में गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय पेश किया यहाँ से उस जेल भिजवा दिया है आरोपी जीवन बंजारा के विरुद्ध पाक्सो व एससीएसटी एक्ट व अन्य में प्रकरण दर्ज किया है। बताया गया कि आरोपी नशे का आदि है उसे कई बार लोगो ने समझाया लेकिन वो नहीं माना।
उन्हेल में मिला रेड सैंड बोआ प्रजाति का सांप
उज्जैन के पास उन्हेल में रेड सैंड बोआ प्रजाति का सांप मिलने हडक़ंप मच गया। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सांप की कीमत करोड़ों रुपए बताई जाती है। इस कारण कुछ लोगों ने सांप को पकडक़र पुलिस और फिर वन विभाग को सूचित कर उन्हें सौंप दिया। हालांकि इस प्रजाति के सांप को देखने के लिए सडक़ पर भीड़ लग गई। नागदा रोड पर बुधवार को दो मुंह का सांप दिखाई दिया। मौके पर पहुंचे विनोद तोमर और दिलीप पोरवाल ने सांप को देखा। वन विभाग को दी और टीम वहा पहुंच कर मौका मुआयना किया और पंचनामा बनाकर वन विभाग के अधिकारी के सुपुर्द कर दिया गया।
दरअसल, दुनिया में दो मुंह वाले सांप रेड सैंड बोआ को बेहद दुर्लभ वन्य जीव माना जाता है। भारत के वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत इन सांपों को दुर्लभ करार दिया गया है। कई लोग इनका इस्तेमाल तांत्रिक क्रियाओं के लिए करते है। भारत में पाए जाने वाले इन सांप कि अंतरराष्ट्रीय कीमत करोड़ों रुपए में आंकी जाती है।