मंडी अफसरों पर किसी का अंकुश नहीं, व्यापारी भी बेखौफ हो गए
उज्जैन, अग्निपथ। किसानों को इन दिनों दो तरफा मार का सामान करना पड़ रहा है। मंडी में लापरवाह अफसरों की वजह से किसानों की फसल का रुपया बदमाश लेकर फरार हो रहे हैं। वहीं बाजार में यूरिया का कालाबाजारी लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि कृषि विभाग की टीम लगातार सक्रिय बनी हुई है। इसी का परिणाम है कि एक बार फिर से ब्लैक में यूरिया बेचते हुए एक व्यापारी को फिर से पकड़ा गया है।
कृषि विभाग को बुधवार को शिकायत प्राप्त हुई थी कि उन्हेल में जय ट्रेडर्स के द्वारा यूरिया शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय किया जा रहा है। जिस पर विभाग ने शिकायत को तत्काल गंभीरतापूर्वक लेते हुए उर्वरक विक्रेता जय ट्रेडर्स उन्हेल के प्रोपाइटर के विरूद्ध उप संचालक कृषि से प्राप्त निर्देशानुसार वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं उर्वरक निरक्षक विकासखण्ड खाचरौद के द्वारा उर्वरक नियंत्रण आदेश-1985 की धारा-3 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 की धारा-3/7 के तहत एफ.आई.आर दर्ज कराई गई है।
उज्जैन कृषि उपज मंडी में अव्यवस्था का आलम बना हुआ है। सुरक्षा के नाम पर निजी कंपनी से मंडी के अफसरों की सांठगांठ बनी हुई है। इसी के चलते मंडी पर तय मानक के हिसाब से सुरक्षा कर्मी काम नहीं कर रहे हैं। इसका लाभ उठाकर बदमाश और उठाईगिरे किसानों और व्यापारियों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। बुधवार को किसान के ट्रेक्टर से 83 हजार का थैला बदमाश लेकर फरार हो गए हैं। इससे पहले भी दो वारदातें हो चुकी हैं। मंडी में 70 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात होने का दावा किया जाता है। परन्तु मंडी में इक्का-दुक्का ही सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। इसकी वजह से बदमाशों पर निगाह नहीं रह पाती और वे किसानों को निशाना बना रहे हैं।
जिला स्तरीय उडऩदस्ते का गठन
उप संचालक कृषि द्वारा रबी-2023 में जिले के कृषकों को उच्च गुणवत्तायुक्त कृषि आदान (उर्वरक/ बीज/ कीटनाशक) प्राप्त हो, इस हेतु जिला स्तरीय उडऩदस्ते का गठन किया गया है, जो निरंतर जिले में भ्रमण कर विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर रहा है। कहीं पर भी अनियमित्ता/अवैध भण्डारण/उच्च मूल्य पर विक्रय आदि पाया जाने पर विक्रेता के विरूद्ध विभाग द्वारा कठोर कार्यवाही की जायेगी। अत: समस्त कृषि आदान विक्रेताओं को निर्देशित किया जाता है कि उर्वरक नियंत्रण आदेश-1985 से प्राप्त दिशा-निर्देशानुसार ही उर्वरकों का विक्रय करना सुनिश्चित करें।
चिमनगंज मंडी पुलिस लापरवाह
मंडी में लगातार चोरी और व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी की वारदातें हो रही है। इसको लेकर शिकायतें होने के बाद भी चिमनगंज मंडी थाना पुलिस का ठीला रवैया किसानों के लिए परेशानी का कारण बनती है। मंडी के पुलिसकर्मी ज्यादातर मामले में किसानों की एफआईआर दर्ज नहीं करती है। इससे किसान परेशान होते रहते हैं। पिछले दिनों किसानों और व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी के मामले में भी चिमनगंज मंडी पुलिस के पुलिसकर्मियों की मिली भगत के मामले सामने आए थे।