बार-बार उज्जैन आने के विषय में मंत्री गोयल बोले-महाकाल के दर्शन करने से पहली बार चूक गया था इसलिए फिर आया हूं
उज्जैन, अग्निपथ। प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और भाजपा की डबल इंजन सरकार के काम का स्वाद मप्र की जनता ने लिया है। उस काम के आधार पर फिर से मप्र में भाजपा का सरकार बनेगी। जब 2023 में भाजपा की नई सरकार और देश में मोदी सरकार 2024 में बनेगी तब मप्र देश के टॉप थ्री स्टेट में शामिल हो जाएगी।
यह दावा केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उज्जैन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए किया।
वे उज्जैन में व्यापारी, उद्यमी और प्रबुद्धजन स मेलन में शिरकत करने के बाद चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो गारंटी दी थी उसकी वजह से मप्र बीमारू राज्य के दर्जे में सुधार करके 10 प्रमुख राज्यों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि मप्र में फिर से एक बार भाजपा का सरकार बनेगी। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि वे बार -बार उज्जैन आ रहे हैं। क्या उज्जैन में भाजपा से व्यापारी समुदाय ज्यादा नाराज है। इसलिए वे यहां उन्हें मनाने आ रहे हैं।
मंत्री गोयल ने कहा कि पिछली बार जब वे उज्जैन आए थे, तब वे महाकाल के दर्शन करने से चूक गए थे। इसलिए इस बार वे फिर से महाकाल का आर्शीवाद लेने के लिए उज्जैन आए हैं और महाकाल की कृपा से उन्हें फिर से दर्शन हो गए हैं। इससे पहले उन्होंने भाजपा के व्यापारी, उद्यमी और प्रबुद्धजन कार्यक्रम को संबोधित किया। पीयूष गोयल ने कहा कि उज्जैन में विक्रम उद्योग पूरी जैसे व्यापारिक क्षेत्र आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी जी जो कहते हैं वह पूरा करते हैं। विक्रम उद्योग पूरी एक स्मार्ट सिटी के रूप में एक बड़ा व्यापार का केंद्र बन रहा है। यह मध्यप्रदेश की पहली प्लानड सिटी के रूप में उभर रही है। उज्जैन मे नई गारमेंट फैक्ट्री भी लगाई गई है। रेलवे स्टेशन का कायाकल्प हो रहा है। उन्होंने उज्जैन के बदलते स्वरूप के बारे में कहा कि उज्जैन देश की संपत्ति, समृद्धि व ज्ञान विज्ञान का केंद्र है। यहां की स यता हमें वर्षो से प्रेरणा देती रही है। यह साहित्य का केंद्र है। हजारों वर्षो से यह स्थान पूरे देश में ऊर्जा व उत्साह भरता रहा है। उन्होंने कहा कि श्री महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद आज यहां पर 1 लाख पर्यटक रोज आ रहे हैं, जिसकी सं या कभी 35 हजार हुआ करती थी।
गोयल ने कहा कि किसी एक निर्माण कार्य से किसी एक छोटे शहर की अर्थव्यवस्था में इतना बड़ा बदलाव पहले नहीं देखा गया है। कार्यक्रम में सांसद अनिल फिरोजिया , जिलाध्यक्ष विवेक जोशी , पारस जैन , मुकेश टटवाल, तनवीर अहमद , शरद अग्रवाल , राजपाल सिंह सिसोदिया , सचिन सक्सेना, श्रीमती कलावती यादव , वासु केसवानी ,संजय अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में व्यापारीगण उपस्थित रहे।
सम्मेलन में न व्यापारी, न प्रबुद्धजन, केवल भाजपा नेता
इस सम्मेलन का आयोजन शहर के व्यापारी, उद्यमी और प्रबुद्धजन को बुलाया गया था। तीनों की श्रेणी के कुछ लोग पहुंचे थे। परन्तु मंत्री पीयूष गोयल को वे नजर नहीं आए और भाजपा नेता गले में पट्टा डाले कुर्सियों पर बैठे हुए थे। यह देखकर गोयल ने सवाल किया कि यह सम्मेलन तो व्यापारी, उद्यमी और प्रबुद्धजन का है। परन्तु इसमें मुझे केवल भाजपा नेता और पदाधिकारी ही दिखाई दे रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी से आयोजनकर्ताओं के चेहरे की हवाईयां उड़ गई थी। वहीं नाराज व्यापारी जो चेहरा दिखाने पहुंचे थे, कहने लगे। त्योहार के दिन व्यापारी कैसे आते। भाजपा नेताओं को समझ ही नहीं है। बताया जाता कि मंत्री गोयल को व्यापारियों और उद्यिमों की नाराजगी की सूचना दिए जाने के बाद वे दूसरी बार उज्जैन आए हैं।
विधायक जैन की नाराजगी नहीं हुई दूर, तीन बार बुलाने पर भी मंच पर नहीं गए
शहर के एक होटल में व्यापारी, उद्यमी और प्रबुद्धजन सम्मेलन में शिरकत करने के लिए पूर्व विधायक पारस जैन भी पहुंचे थे। उन्हें मंच बैठने का आग्रह भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक जोशी ने किया था। परन्तु वे मंच पर जाने की बजाए, पहली पंक्ति में बैठे रहे। उन्होंने कहा कि वे मंच से नीचे बैठकर खुश हैं।
उल्लेखनीय है कि इस बार विधानसभा चुनाव का विधायक पारस जैन को टिकट नहीं दिया गया और उनके टिकट काटने की जानकारी भी अंतिम समय तक उन्हें नहीं दी गई। इससे नाराज विधायक अपनी नाराजगी वाट्सएप पोस्ट और मीडिया के सामने खुलकर कर चुके हैं। हालांकि अब वे भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होने लगे हैं। परन्तु नाराजगी के चलते मंच पर बैठने से परहेज करने लगे हैं।