न बीएलओ घर पहुंचे न हुआ रजिस्ट्रेशन, मतदाता सूची में कम उम्र दर्ज होने से हुई गड़बड़ी

मतदान से वंचित रही 80 वर्षीय महिला ने कहा जब तक जान है तब तक करूंगी मतदान

शाजापुर, अग्निपथ। उठने-बैठने और चलने में असमर्थ 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला इस बार मतदान नहीं कर पाई। इससे वे नाराज तो हैं ही साथ ही जिम्मेदारों की लापरवाही से दुखी भी है, क्योंकि उन्होंने इनकी उम्र कम दर्ज की। जिससे घर-घर मतदान करवा रही मतदान दलों की टीम इनके घर नहीं पहुंच सकी। इस महिला का कहना है कि मुझे मतदान से क्यों वंचित रखा। जब तक इस शरीर में जान है मैं वोट डालूंगी।

गौरतलब है निर्वाचन आयोग द्वारा 80 वर्ष से ज्यादा के बुजुर्ग वृद्ध और विकलांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा में सोमवार 6 नवंबर को शाजापुर विधानसभा क्षेत्र के मक्सी में कई मतदाता मतदान से वंचित रह गए। मक्सी के 16 मतदान केंद्रों पर 80 वर्ष से ऊपर के कुल 112 मतदाता है। मक्सी के वार्ड क्रमांक 15 की 85 वर्षीय लीला बाई शुक्ला के घर मतदान दल नही पहुंच सका जिससे वो मतदान से वंचित रह गई।

बुजुर्ग महिला मतदान करना चाहती है और वे परिजनों से मतदान करने के लिए जिद्द कर रही है। बुजुर्ग महिला परिजनों से कह रही है जब सभी बुजुर्गों के घर जाकर मतदान करवाया तो मुझे क्यों छोड़ा। इस मामले में उक्त वार्ड के संबंधित बीएलओ से जब जानकारी ली गईं तो उन्होंने बताया की शाजापुर से आई विकलांग मतदाताओं की सूची में लीला बाई शुक्ला की उम्र 78 वर्ष दर्ज थी। इसलिए घर बैठे मतदान में उनका नाम सूची में नहीं जा सका।

कोई बीएलओ घर नहीं आया, आता तो हो जाता मतदान

लीलाबाई के परिजनों से जब इस बारे में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि घर बैठे मतदान के लिए कोई भी बीएलओ उनके घर रजिस्ट्रेशन के नही पहुंचा। अगर कोई बीएलओ आता तो उन्हे हम विकलांग मतदाता के आधार कार्ड में दर्ज वास्तविक उम्र की जानकारी उपलब्ध करवा देते। चलने फिरने में असमर्थ लीला बाई शुक्ला की पुत्र वधु और विश्व हिंदू परिषद की गोरक्षा सदस्य वेज्यांति दीक्षित ने बताया की उनकी आई दो दिन से मतदान करने की रट लगा रही हे की उनका मत लेने कोई अधिकारी उनके घर क्यों नही आया।

तबियत बिगडऩे से नहीं कर पाई मतदान

वार्ड क्रमांक 15 की 100 वर्षीय केसर बाई पाटीदार भी सोमवार को मतदान से वंचित रह गई। केसर बाई के परिजनों ने ही बीएलओ और सुपरवाइजर को घर बैठे मतदान की सुविधा को मना कर मतदान वाले दिन मतदान केंद्र पर मतदान करने की हामी भरी थी। लेकिन अब तबियत बिगडऩे पर केसर बाई का मतदान केंद्र तक जाना मुश्किल लग रहा है। ऐसे में उनके भतीजे देवनारायण पाटीदार ने उनकी बुआ केसर बाई को घर से ही मतदान करने की अपील जिला निर्वाचन अधिकारी से की है। कुछ नामावली सूची में उम्र के अंतर तो कुछ परिजनों द्वारा घर बैठे मतदान के लिए कागजी कार्रवाई पूरी नहीं करने की वजह से कई बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता घर बैठे मतदान करने से चूक गए।

हमारे पास सूची में जो नाम थे सभी से मतदान करवाया है। अब जो वंचित रह गए हैं उनसे मतदान केंद्र पर आकर मतदान करवाया जा सकता है।

-किशोर कन्याल, कलेक्टर-शाजापुर

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