लाखों का नुकसान, तीन दमकलों ने पाया काबू
उज्जैन, अग्निपथ। गऊघाट पीएचई कार्यालय के बाहर बीती रात भीषण आग लग गई। कार्यालय के बाहर रखे प्लास्टिक के पाईप जलने से पूरे क्षेत्र में काले धुएं का गुब्बार दिखाई देने लगा। फायर बिग्रेड की तीन दमकले मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया।
जंतर-मंतर मार्ग पर गऊघाट पीएचई कार्यालय के बाद लगी आग की सूचना आसपास के लोगों ने धुआं उठने के बाद फायर बिग्रेड को दी। आग लगने की जानकारी लगने पर पीएचई कर्मचारी मौके पर पहुंच गई थे। संधारण कार्य और नई पाईप लाइन डालने के लिये रखे गये लाखों रूपये कीमत के प्लास्टिक पाइप लपटों से घिरे थे। मौके पर तीन दमकले पहुंची और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किये गये। करीब 45 मिनट में आग पर काबू पाया गया।
आशंका जताई जा रही है कि दीपावली की रात होने पर पटाखे की चिंगारी आकर गिरने से सु ाी घास में आग लगी है, जिससे प्लास्टिक के पाइप चपेट में आये है। पीएचई के अधिकारियों ने जांच की बात कही है। आगजनी की दूसरी घटना गोपाल मंदिर के सामने पुराने रीगल टॉकिज की छत पर हुई। वर्षो से बंद टाकिज की छत पर घास उग आई है।
रात में पटाखे की चिंगारी गिरने से घास में आग लग गई थी, जो तेजी से फैली, धुआं और लपटे देख लोगों ने फायर बिग्रेड को सूचना दी। मौके पर पहुंची एक दमकल ने कुछ देर में आग पर काबू पा लिया। आगजनी में कोई बड़ी जनहानि और नुकसान होना सामने नहीं आया।
जूते-चप्पल की दुकानें भी लपटों में घिरी
दीपावली की रात छत्री चौक पर आटो स्टेंड के पास बनी जूते-चप्पल सुधारने वालो की दुकान में भी आग लग गई थी। बताया जा रहा है कि रात में जलता हुआ राकेट एक दुकान पर गिरा था। जिसके बाद आसपास की 2 दुकानें भी लपटों से घिर गई। फायर बिग्रेड ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया। खाकचौक पर रेस्टोरेंट में भी आग लगी थी, जिस पर समय रहते काबू पा लिया गया।
सागर फ्लैक्स में भी लगी आग, संचालक झुलसे
रविवार सुबह निजातपुरा स्थित सागर फ्लेक्स पर भीषण आग लगी गई , आग पर काबू पाने के लिए दमकल के सात गाडिय़ा मौके पर पहुंची,आग बुझाने के दौरान दुकान का मालिक घायल हो गए , जिसके बाद एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उज्जैन के निजातपुरा क्षेत्र में संचालित होने वाले सागर फ्लेक्स की दूकान में सुबह चार बजे भीषण आग लग गई , आग को राहगीरों ने देखा जिसके बाद दुकान के मालिक सागर सोनी और संतोष सोनी के साथ दमकल को खबर की गई।
आग पर काबू पाने के लिए दमकल समय पर नहीं पहुंची जिससे सागर सोनी और उनके भाई संतोष दोनों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन दोनों आग में फंस गए। सागर सोनी आग से जलकर घायल हो गए वही उनके भाई का भी हाथ जला है। आग कैसे लगी ये तो पता नहीं चल पाया है। लेकिन पुरे मामले में फायर ब्रिगेड की लापरवाही जरूर सामने आ रही है।
सोनी परिवार ने बताया कि दमकल को खबर करने के लिए फोन लगाया तो किसी ने फोन ही नहीं उठाया , इसके बाद सोनी परिवार की एक लडक़ी अपनी गाड़ी से दमकल को सुचना देने पहुंची। इसके बाद घटना स्थल पर पहुंचे दमकल कर्मियों के पास तीसरी मंजिल पर चढऩे के लिए साधन नहीं मिले जिससे आग पर काबू पाने में काफी देर हुई।