माता, पिता, गुरू और स्वामी की बातों को बिना विचारे ही शुभ समझकर मानना चाहिए
देवास, अग्निपथ। भारत भूमि पवित्र और महान है। अनेकों पंथों और धर्मो की जननी भारत सदियों से विश्व को शांति का पाठ पढ़ाते आ रहा है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने त्यौहारों के देश में जन्म लिया है। आज दीपावली है। दीपावली का संबंध अधिकांश धर्मो से है। भगवान कृष्ण, भगवान विष्णु, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर के प्रसंग किसी न किसी रूप में दीपावली से अवश्य जुड़े हैं। प्रभु श्री राम तो दीपावली के प्रत्यक्ष प्रमाण है।
उक्त विचार व्यक्त करते हुए शहर के प्रसिद्ध रामद्वारा के महंत श्री रामनारायण जी ने कहा कि सदैव सकारात्मक सोचें। जय हिन्द सखी मंडल की छात्राओं के समक्ष दीपावली के शुभ अवसर महंत श्री ने कहा कि एक विद्यार्थी के लिए श्रीराम जी का जीवन एक शोध की तरह हैं जितना अधिक शोध होगा उतने ही प्रभु राम के जीवन के नवीन पहलु हमारे समक्ष आएंगे। प्रभु राम का प्रत्येक कार्य शिक्षाप्रद है। बाबा तुलसीदास ने विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है जिसके अनुसार मातु पिता गुर प्रभु कै बानी, बिनहीं बिचार करिअ सुभ जानी। अर्थात माता, पिता, गुरू और स्वामी की बातों को बिना विचारे ही शुभ समझकर मानना चाहिए। प्रभु श्रीराम का संपूर्ण जीवन उक्त कथन का प्रायोगिक स्वरूप है।
प्रभु श्री राम की तरह हमें भी माता, पिता और गुरू की आज्ञा में कभी कोई प्रश्न या किंतु-परंतु नहीं करना चाहिए। उनकी हर आज्ञा हमारा भला ही करती है। हमको अपनी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं रखना चाहिए। प्रभु राम द्वारा दर्शाए गए विनय, शील क्षमा और साहस हमारे लिए रत्न समान है। माता लक्ष्मी उन्हीं पर कृपा करती है जिन्होंने जीवन में प्रभु राम के इन गुणों को अपनाया हो। लक्ष्मी जी वहीं रूकती है जहां मर्यादा का बांध बना हो। हमारा जीवन अमावस्या की तरह है जिसमें प्रकाश के लिए ज्ञान रूपी दीपक आवश्यक है। हम प्रयास करें कि हमारे द्वारा प्रज्ज्वलित प्रत्येक दीपक हमारे अन्तर्मन को आलोकित करे। दीपावली यही संदेश देती है कि एक विद्यार्थी को धैर्य और निरंतर प्रयास से अपने लक्ष्य की और बढऩा चाहिए।
इस अवसर पर सखी मंडल की तनुश्री विश्वकर्मा, जान्हवी कुशवाह, साक्षी चौधरी, स्नेहा ठाकुर, शीतल सावले, लक्ष्मी बाली, समीक्षा चौधरी, तनु परमार, यामिनी मोदी और बस कन्या परमार उपस्थित थीं। प्रो. सीमा सोनी व ब्रांड एम्बेसेडर महेश सोनी का विशेष सहयोग रहा।