उज्जैन, अग्निपथ। जिला एवं पुलिस प्रशासन की सजगता समन्वय से विधानसभा चुनाव निर्विघ्न संपन्न हो गए। अब सभी को चुनाव परिणाम का इंतजार है। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव कार्य में लापरवाही करने पर तीन कर्मचारियों को निलंबित करने के आदेश देकर 7 कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किए हैं।
विधानसभा निर्वाचन कार्य में लापरवाही के चलते कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पुरुषोत्तम द्वारा तीन कर्मचारी नसरुद्दीन प्राथमिक शिक्षक कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महिदपुर राजेंद्र गवली परीक्षा सहायक कृषि विज्ञान केंद्र एवं कमलेश व्यास माध्यमिक शिक्षा खरसोद खुर्द को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने चर्चा में बताया कि अधिकांश कर्मचारियों ने बड़ी लग्न एवं मेहनत से अपने कर्तव्य का वह खूबी पालन करते हुए चुनाव कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण किया। उज्जैन जिले का मतदान का प्रतिशत 78.66त्न रहा जो अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
चुनाव सामान देने के लिए कर्मचारियों की कमी
उज्जैन, अग्निपथ। मेरे देश भारत में निर्वाचन कोई भी हो त्योहार व उत्साह के रूप में संपन्न होते है। इस पर देश का अरबों रुपए खर्च होता है। आयोग इसे निर्विघ्न संपन्न कराने हेतु अनेक उपाय और सुविधा उपलब्ध कराता है तथा निर्वाचन कराने हेतु लगने वाले अधिकारी / कर्मचारियों को सुविधा देने हेतु भी आयोग सक्षम अधिकारियों को निर्देश देता है। किंतु प्राय: देखने में यह आता है की जिले स्तर पर कर्मचारियों कोई व्यवस्थित सुविधा नहीं दी जाती है।
यहां तक अपंग, बीमार,मृत,स्थानांतरित कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है और वही अनेक स्वस्थ कर्मचारी प्रत्येक निर्वाचन में कैसे बच जाते है यह जांच का विषय है। जबकि विभाग द्वारा अस्वस्थ कर्मचारियों की जानकारी भी दी जाती है लेकिन उन्हे फिर भी लगा दिया जाता है वह अपनी ड्यूटी निरस्त कराने हेतु चक्कर लगता रहता है कुछ नही होता। इसका भुगतान निर्वाचन ड्यूटी में लगी पूरी टीम को उठाना पड़ता है। इसी प्रकार अनेक असुविधा कर्मचारियों को सामग्री वितरण से गंतव्य स्थल तक पहुंचाने और आने व सामग्री जमा होने तक असुविधा असुविधा होती है।
ऐसे ही पूरे प्रदेश सहित उज्जैन जिले में प्रत्येक निर्वाचन में यही आलम रहता है, मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष मनोहर गिरी के मुताबिक
1.चुनाव दल 7 बजे आना प्रारंभ हो गए थे ,सामग्री चेक होने के बाद भी दल प्रात: 3 बजे तक सामग्री जमा नहीं करा सके ।
2. कोई सामग्री एकत्रित करने हेतु कर्मचारी नही थे। जो थे वह भी चेहरा देखकर सामग्री ले रहे थे।
3.रवानगी देने की व्यवस्था पूरी तरह से असफल थी कोई हस्ताक्षर करने हेतु तैयार नहीं था।
4.दल शिकायत लेकर जा रहे थे कोई निराकरण नहीं कर सका।
5. निर्वाचन ड्यूटी में भेदभाव अपने विभाग के अलावा दूसरे विभाग के कर्मचारियों से हीन भावना।ऐसी अनेक अव्यवस्था की बीच कर्मचारी घुट घुट कर कार्य करता है। मैं निर्वाचन आयोग से अनुरोध करता हु की इस और ध्यान आकृष्ट कर इसका निराकरण करने का कष्ट करे।