मंडी में गार्डों के भरोसेे व्यवस्था, जिम्मेदार मंडी निरीक्षक नीलामी में व्यस्त
धार, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी धार में सीजन की आवक बढ़ती जा रही है। सीमित परिसर में रोजाना 400 से 450 वाहन आने के कारण हालात काफी खराब हो जाते है। इसका असर मंडी के भीतर से लेकर बाहर तक देखने को मिलता है। हालात इस कदर बिगड़ते है कि किसान अपनी मर्जी से वाहन चलाना शुरू कर देते है और स्थिति जाम तक पहुंचकर विवाद में बदल जाती है। मंगलवार को भी मंडी प्रांगण-2 में बने 30 टन वजनी तौल कांटे पर विवाद की स्थिति बन गई।
दरअसल, यहां तुलाई के लिए चल रही दो कतार के अतिरिक्त एक लाइन और शुरू हो गई। जब यह कतार शुरू हुई तो सुरक्षा गार्ड की बात किसानों ने अनसुनी करते हुए व्यवस्थाएं बिगाड़ दी। लेकिन बात फिर इतनी बढ़ी की एक कांटे पर तौल के लिए तीन कतार से ट्रैक्टर आना शुरू हो गए। ऐसी स्थिति में किसान आपस में भी तौल पहले कराने के लिए भिडऩे लग गए। जैसे-तैसे सुरक्षा गार्डों ने स्थिति संभाली और वाहनों को निकलवाया गया।
जल्दीबाजी में तौल करवाने की होड़ के कारण तौल कांटा अखाड़े का रूप ले लेता है। ऐसे में हर बार मंडी प्रशासन को व्यवस्था बनाने और हर परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस की मदद लेना पड़ती है। इस बार चुनाव और त्यौहारों के कारण मंडी प्रशासन को पुलिस जवान अब तक नहीं मिले है। लेकिन गत वर्षों में डीआरपी लाइन से जवानों की मदद लेकर ही गेट पर व्यवस्था बनाने की कोशिश की गई, जो सफल रही थी। लेकिन इस बार नहीं होने से स्थिति बिगड़ती जा रही है।
अव्यवस्था की वजह
मंडी परिसर में बढ़ता अतिक्रमण और अव्यवस्था इसका बड़ा कारण है। इसके बाद हर किसान तौल कांटे पर पहुंचने के लिए जल्दी में रहता है। इस कारण वे कतार छोडक़र बीच में वाहन फंसाते है, जिससे अव्यवस्थाएं बढ़ जाती है। मंडी के सुरक्षागार्डों की भी अनसुनी कर उलझाने की स्थिति बनती है। मंडी के पास मौजूद निरीक्षक सिर्फ कुर्सियां तौड़ते ही नजर आते है। ऐसे में दिनभर अव्यवस्थाओं के कारण मंडी में आवाजाही लगभग बंंद हो जाती है। कभी-कभी आधे-आधे घंटे वाहन फंसे रहते है और तौल बंद करना पड़ता है।
मंडी गेट पर फंस रहे वाहन
अनाज मंडी में इस बार वाहनों के आने और निकासी को लेकर भी प्लानिंग लागू नहीं की गई है। इस कारण दिन में किसान अपने हिसाब से पहुंच रहे है और नीलामी के बाद निकलने वाले वाहन भी मेन गेट से ही बाहर निकल रहे है। ऐसे में मंडी के मेन गेट पर वाहनों की कतार लग जाती है और जाम की स्थिति बनती है। इससे मंडी रोड का ट्रैफिक प्रभावित होता है। जाम के कारण लोगों को परेशान होना पड़ता है। मंडी के मेन गेट पर अतिक्रमण भी एक बड़ी परेशानी है। दुकानदारों ने अपना सामान सडक़ तक बिखेर रखा है। चाय की गुमटियों से लेकर खाद-बीज की दुकानों के वाहन सडक़ पर खड़े रहते है। जिससे सीजन में आवक अधिक होने पर जाम लग रहा है।