नंदीहाल में सामान्य से ज्यादा वीआईपी प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालुओं की भीड़

नंदीहाल में लगातार आ रहा श्रद्धालुओं का सैलाब, व्यवस्था करने वाले हो रहे परेशान

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में सामान्य श्रद्धालुओं की अपेक्षा वीआईपी श्रद्धालुओं की अत्याधिक भीड़ नंदीहाल में प्रवेश कर व्यवस्था प्रभावित कर रही है। लोगों को आश्चर्य इस बात का हो रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में वीआईपी श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को कैसे पहुंच रहे हैं। ज्ञातव्य रहे कि नंदीहाल में पिछले दिनों वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार, रविवार और सोमवार को वीआईपी श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया था, लेकिन बाद में दबाव के बाद फिर से व्यवस्था को लागू कर दिया था।

श्री महाकालेश्वर मंदिर में नंदीहाल में प्रवेश के लिए कलेक्टर या एडीएम की अनुमति लेना आवश्यक है, लेकिन पिछले शनिवार को व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए जब नंदीहाल में वीआईपी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया तो हंगामा हो गया। दोपहर 1 बजे तक नंदीहाल में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया था। एकाएक वरिष्ठ अधिकारियों का आदेश आया कि वीआईपी को प्रोटोकॉल दिया जाए और इसके बाद नंदीहाल में उनका प्रवेश शुरू कर दिया गया था।

वीआईपी श्रद्धालुओं के कारण शनिवार, रविवार और सोमवार को प्रतिबंध के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश हवा हो गए। पुजारी पुरोहितगण भी नंदीहाल में उनके यजमानों को प्रवेश नहीं देने पर परेशान थे। लिहाजा उन्होंने सहायक प्रशासक मूलंचद जूनवाल से इस बात की शिकायत की थी कि शनिवार को दोपहर 1 बजे तक प्रवेश रोक दिया गया है।

लेकिन जब कंट्रोल रूम में बैठकर इसकी शिकायत कर रहे थे तो उनकी नजरों के सामने ही सीसीटीवी पर श्रद्धालु नंदीहाल में प्रवेश करते और बैठे नजर आए। इसके बाद उन्होंने उनके यजमान को भी नंदीहाल में प्रवेश देने का निवेदन कर दिया। इसके बाद उनको भी एक पर्र्ची के माध्यम से यजमानों को प्रवेश लेना शुरू कर दिया गया था। यह व्यवस्था आगे भी प्रभावी होती, लेकिन पहले ही दिन वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश वीआईपी श्रद्धालुओं के दबाव में बेनतीजा हो गए। नंदीहाल में अब अव्यवस्था का आलम बना हुआ है।

प्रोटोकॉल कर्मचारी परेशान

वीवीआईपी श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने का जिम्मा प्रोटोकाल कर्मचारियों के पास है। लेकिन उनको कभी कभी सामान्य जोकि वीआईपी बनकर आ जाता है। उसको भी दर्शन करवाने के लिए नंदीहाल में ले जाना पड़ता है। सुबह से लेकर शाम तक यह कर्मचारी दौड़ लगाते रहते हैं और थक कर चूर हो जाते हैं, लेकिन यह सिलसिला समाप्त नहीं होता है। कभी कभार तो वह निढाल होकर इस व्यवस्था को कोसने लगते हैं।

नगाड़ा गेट पर भारी भीड़

हर तीसरा आदमी वीआईपी की तर्ज पर नंदीहाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश चल रहा है। अनुमति मिलने के बाद वीआईपी श्रद्धालु प्रोटोकॉल कार्यालय से सफेद पर्ची इश्यू करवा रहे हैं और नगाड़ा गेट पर जाकर भीड़ बढ़ा रहे हैं। यहां से नगाड़ा गेट खोल कर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। प्रवेश के दौरान भी भारी हील हुज्जत हो रही है। किसी भी तरह से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करना चाहते हैं। यहां पर उनको बैठाने के लिए मंदिर कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मी जतन कर रहे हैं। लेकिन लगातार प्रवेश के चलते उनकी हिम्मत भी जवाब दे रही है।

कम पहुंच रहे भगवान की चौखट तक

दैनिक अग्निपथ की खबर का असर रहा कि भगवान महाकाल की चौखट तक पूर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे थे जो कि खबर प्रकाशित होने के बाद उनकी संख्या काफी कम हो गई है। केवल अधिकारी वर्ग के वीआईपी श्रद्धालु ही भगवान महाकाल की चौखट तक पहुंच रहे हैं। पुजारी-पुरोहितों के यजमानों को इसकी इजाजत नहीं है। हालांकि चौखट तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु मंदिर कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों से निवेदन करते हैं, लेकिन सीसीटीवी निगरानी के चलते यह संभव नहीं हो पाता।

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