जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्यों की बैठक लेकर दिये जरूरी निर्देश, अनुपस्थित 9 प्राचार्य को नोटिस
उज्जैन, अग्निपथ। जिले का परीक्षा परिणाम सर्वश्रेष्ठ लाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा द्वारा प्रश्न बैंक एवं मॉडल प्रश्न पत्र की सहायता से परीक्षा परिणाम श्रेष्ठ लाने के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं जिले के प्राचायों की समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी एवं एडीपीसी द्वारा वन टू वन समीक्षा करते हुए 23 नवंबर से छात्र प्रतिशत स्कूलों में कार्य करने को निर्देशित किया इस अवसर पर सभी छह विषयों के कोर्स डायरेक्टर द्वारा अपने विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में सभी से चर्चा की दोनों अधिकारियों द्वारा त्रैमासिक परीक्षा फल की समीक्षा करते हुए निदानात्मक कक्षा संचालन पर पर जोर दिया।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री शर्मा ने कहा कि सभी प्राचार्य को इसी सप्ताह सभी 21 विषय के प्रश्न बैंक उपलब्ध करवाए जा रहे हैं यह प्रश्न बैंक जिले की विषय विशेषज्ञ द्वारा तैयार किए गए हैं इनका उपयोग शेष 70 दिवस में सुनिश्चित कर कार्य योजना बनाकर भी दी जाएगी।
समीक्षा बैठक के प्रथम सत्र में विभाग के सभी सेक्सन के प्रभारी द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी दी गई इनमें मुख्य रूप से स्थापना क्रीडा आईटी सेल एवं छात्रावास प्रमुख थे। द्वितीय सत्र में समग्र शिक्षा अभियान के वित्तीय व्यवस्था दिव्यांग सुविधा बता एवं वार्षिक कार्य योजना नियमित उपस्थिति के संबंध में पीपीटी के माध्यम से ऑनलाइन कार्य समय सीमा के अंदर करने के संबंध में एडीपीसी गिरीश तिवारी द्वारा बिंदुवार जानकारी दी गई।
यहां यह उल्लेखनीय है कि त्रैमासिक परीक्षाफल के आधार पर कल 9756 विद्यार्थियों में से 7790 विद्यार्थी डी एवं ई ग्रेड में आए थे बैठक के अंत में गत वर्ष के परीक्षा फल 100 प्रतिशत लाने वाले शिक्षकों के प्रमाण पत्र संबंधित प्राचार्य को जिला शिक्षा अधिकारी श्री शर्मा द्वारा प्रदान किए गए। बैठक में सहायक संचालक महेंद्र खत्री, योजना अधिकारी संगीता श्रीवास्तव, विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजय शर्मा एवं राजकुमार पाल द्वारा भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में पांच प्राचार्य को अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए गए हैं।