मुंबई से आए कमांंडेंट ने किया निरीक्षण, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पूरा होने पर होगा बदलाव
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में आगामी दिनों में सुरक्षा की कमान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) संभालेगी। मंदिर की सुरक्षा के लिए काफी दिनों से इसकी मांग की जा रही थी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बदलाव होगा। हालांकि गुरुवार को इस संबंध में सीआईएसएफ के मुंबई से आए कमांडेंट ने मंदिर का दौरा किया।
महाकालेश्वर मंदिर में दिनोंदिन श्रद्धालुओं की संख्या भगवान महाकाल के दर्शन के लिए बढ़ रही है। पहले भी मंदिर की सुरक्षा को लेकर आईबी अलर्ट कर चुकी है। जिसके चलते मंदिर में नारियल, मोबाइल सहित बड़ी फूलमालाओं पर प्रतिबंध लगाया गया था। फिलहाल में मंदिर में सुरक्षा की कमान एसएएफ और पुलिस चौकी कर्मियों द्वारा संभाली जा रही है। मंदिर की सुरक्षा को लेकर पूर्व एसपी जी. जनार्दन ने भी भोपाल दस्तावेज भेजे थे। तभी से मंदिर की सुरक्षा को लेकर प्रयास किए जा रहे थे। जनप्रतिनिधियों ने भी मंदिर की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी, लेकिन कुछ भी नहीं हो सका। यह दस्तावेज तभी से मंत्रालय की फाइलों में गुम हो गए। लेकिन अब आगामी दिनों में सीआईएसएफ मंदिर की सुरक्षा की कमान संभालेगी।
आगम-निर्गम द्वारों का किया निरीक्षण
गुरुवार को मुंबई से सीआईएसएफ के कमांडेंट विनोद कुमार चौरसिया महाकालेश्वर मंदिर के निरीक्षण पर आए। उनके साथ सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, आरके गेहलोत, इंजीनियर अमोल गुप्ता साथ में थे। उन्होंने अधिकारियों के साथ मंदिर के सभी संभावित आगम और निर्गम द्वारों को देखा। जानकारी लगी है कि मंदिर प्रबंध समिति ने सुरक्षा को लेकर सीआईएसएफ से लगातार पत्राचार किया था। परिणामस्वरूप अब योजना मूर्तरूप लेने लगी है। जब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम पूर्ण हो जाएगा। संभवत: तब सीआईएसएफ इसको अपने नियंत्रण में ले लेगी।