ढाई लाख का माल हुआ बरामद, रिमांड पर पूछताछ
उज्जैन, अग्निपथ। त्रिवेणी विहार में दो सप्ताह पहले हुई चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिर तार कर लिया है। बदमाशों से ढाई लाख का माल बरामद किया गया है। शनिवार को न्यायालय में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया गया है।
एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर ने बताया कि नागझिरी थाना क्षेत्र के त्रिवेणी विहार में दिनदहाड़े गिरीश वर्मा के मकान में 11 नवबंर को चोरी की वारदात होना सामने आया था। बदमाशों ने ताला तोडक़र लाखों के आभूषण और नगदी चोरी की थी। मामले में नागझिरी थाना पुलिस के साथ सायबर सेल और क्राइम ब्रांच ने बदमाशों का सुराग तलाशना शुरू किया।
शुक्रवार रात चिमनगंज थाना क्षेत्र के मोहननगर में रहने वाले कान्हा उर्फ कन्हैया पिता शांतिलाल डोडिया और गांधीनगर के धीरज उर्फ धीरू पिता गजेन्द्र ठाकुर को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान सामने आया कि दोनों ने वारदात वाले दिन त्रिवेणी विहार में दिनदहाड़े रैकी की थी, ताला लगा देख चोरी की योजना बनाई और लोहे की टामी से ताला तोड़ दिया।
धीरज वारदात करने अंदर गया था और कान्हा बाहर नजर रख रहा था। बदमाशो से वारदात का खुलासा होने पर उनकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त एक्टिवा, लोहे की टामी, 2 मोबाइल के साथ चोरी किये गये सोने-चांदी के आभूषण, 35 सौ रूपये नगद, अलमारी की चाबी, एटीएम कार्ड बरामद किया गया। एएसपी पाराशर के अनुसार धीरज उर्फ धीरू के खिलाफ चिमनगंज थाने में तीन अपराध दर्ज है। कुछ माह पहले जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है।
वारदात के शामिल दूसरा बदमाश कान्हा के खिलाफ भी मारपीट के प्रकरण दर्ज है। दोनों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। संभावना है कि अन्य वारदातों के संबंध में जानकारी मिल सकती है। बदमाशों को गिर तार करने में नागझिरी पुलिस के साथ सायबर और क्राइम टीम की भूमिका रही है।
वारदात के समय महानंदानगर गया था परिवार
गिरीश वर्मा प्रायवेट जॉब करते है। उनकी पत्नी ऋतु शिक्षिका है। वारदात वाले दिन वह दोपहर 2 बजे त्रिवेणी विहार के मकान का ताला लगाकर महानंदानगर में रहने वाले पिता के घर गये थे। शाम 6 बजे जब वापस लौटे तो ताला टूटा मिला था। अंदर देखने पर अलमारी खुली थी और सामान बिखरा पड़ा था। लाखों की चोरी होने की सूचना मिलने पर नागझिरी पुलिस जांच के लिये पहुंची थी।
बदमाशों से आगजनी का हुआ खुलासा
प्रेस कांफ्रेंस में चोरी का खुलासा करते हुए एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर ने बताया कि बदमाशों ने 11 नवबंर को ताला तोडऩे के बाद 12-13 नवबंर की रात खाक चौक पर कैफे में आगजनी को अंजाम दिया था। दोनों बदमाशों के साथ 2 अन्य साथी भी शामिल थे। जिसमें रोहित पिता मानसिंह निवासी शिवशक्तिनगर और एक नाबालिग था। रोहित के भाई का विवाद कैफे संचालक से हुआ था। जिसका बदला लेने के लिये चारों ने मिलकर आग लगा दी थी। चिमनगंज पुलिस ने आगजनी का प्रकरण दर्ज किया था। बदमाशों के दोनों साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।