उज्जैन, अग्निपथ। कार्तिक-अगहन मास में सोमवार को बाबा महाकाल की दूसरी सवारी निकाली गई। वहीं कार्तिक पूर्णिमा का नहान होने पर लाखों श्रद्धालु आये थे। इस बीच सवारी में काफी ाीड़ रही। बदमाशों ने जमकर पर्स-मोबाइल चोरी किये। देर शाम 18-20 श्रद्धालु शिकायत लेकर महाकाल थाने पहुंचे थे।
पिछले तीन दिनों से लाखों श्रद्धालु शहर में धार्मिक यात्रा पर आये हुए है। सोमवार को कार्तिक-अगहन मास में निकले वाली बाबा महाकाल की दूसरी सवारी के साथ कार्तिक पूर्णिमा का नहान और दीपदान का योग भी बना हुआ था। सुबह से महाकाल मंदिर, रामघाट पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ थी। रामघाट पर नहाने करने आये श्रद्धालु के साथ सुबह से वारदात शुरू हो गई थी। वहीं शाम को बाबा की सवारी के दौरान ाी बदमाशों ने भीड़ का फायदा उठाकर पर्स और मोबाइल उड़ाने की वारदात को अंजाम दिया।
महाकाल पुलिस के अनुसार सवारी के दौरान 8-9 श्रद्धालुओं ने मोबाइल चोरी की शिकायत के संबंध में आवेदन दिया है, वहीं 10 से अधिक श्रद्धालुओं के पर्स चोरी होना सामने आया है। बताया जा रहा है कि रामघाट पर दर्जनों श्रद्धालुओं का सामान चोरी हुआ है। बदमाशों ने यहां श्रद्धालुओं के बेग तक गायब कर दिये। कई श्रद्धालुओं ने रामघाट चौकी पहुंचकर शिकायत की, लेकिन उन्हे महाकाल थाने जाने का हवाला दिया गया। लेकिन ाीड़ इतनी अधिक थी कि श्रद्धालु महाकाल थाने तक नहीं पहुंच पाये।
शहर में बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान वारदात होना आम बात हो चुकी है। लेकिन पुलिस बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ वारदात करने वालों की धरपकड़ नहीं कर पा रही है। बदमाश आसानी से भीड़ का फायदा उठाकर हजारों-लाखों का माल ले उड़ते है। दिखावे के लिये कुछ संदिग्धों को पकड़ा जाता है, लेकिन उनसे कुछ बरामद नहीं होता पाता है।
श्रावण-भादौ मास से अब तक हुई मोबाइल, पर्स, चेन चोरी की वारदातों में पुलिस बदमाशों तक नहीं पहुंच पाई है। हर बार आस्था की भीड़ में बदमाशों के भी बाहर से आने का हवाला देकर मामले ठंडे बस्ते में डाल दिये जाते है। जिसके चलते बाहर से आने वाले श्रद्धालु धार्मिक नगरी से अच्छी छवि लेकर नहीं लौट रहे है।