मुजफ्फरनगर। कृषि कानूनों के विरोध में 26 जनवरी को नई दिल्ली में हुए ट्रैक्टर मार्च के बाद आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में फिर ट्रैक्टर मार्च का नजारा दिख रहा है। किसान नेता नरेंद्र टिकैत ने महापंचायत बुलाई है। किसान महापंचायत को लेकर वेस्ट यूपी में पुलिस हाईअलर्ट पर है। मुज़फ्फरनगर प्रशासन नरेश टिकैत को मनाने में जुटा है। जिला प्रशासन महापंचायत स्थगित करने की अपील कर रहा है। राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से पूर्व महावीर चौक को भारी पुलिस बल ने घेरा लिया। राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर भारतीय किसान यूनियन का महापंचायत का मंच बनाया जा रहा है।
दरअसल, नरेश टिकैत ने पंचायत कर आसपास के किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने का अह्वान किया। उन्होंने किसानों से आज (शुक्रवार) सुबह 11 बजे मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज पहुंचने को कहा है। नरेश टिकैत ने ट्वीट कर किसानों से सभी हाईवे पर टेंट लगाने की बात कही है। दूसरी ओर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दिल्ली जाने वाले हाईवे पर निगरानी बढ़ा दी है। ब्रजघाट, डासना और मेरठ-दिल्ली हाईवे पर फोर्स ने डेरा डाल दिया है। बुलंदशहर में जिले की सीमाएं सील करते हुए किसानों के मूवमेंट पर रोक लगा दी है।
किसान परेड जैसा नजारा
मुजफ्फरनगर की सड़कों पर ट्रैक्टर परेड का नजारा दिखाई दे रहा है। भाकियू का झंडा और राष्ट्रीय ध्वज लगा कर किसान पहुंच रहे हैं। पंचायत स्थल पर करीब तीन हजार किसानों की भीड़।
न्यायालय में नो वर्क र्घोषित
किसान महापंचायत को देखते हुए वाद कार्यों को होने वाली परेशानी के मद्देनजर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ने न्यायालय में नो वर्क घाेषित किया।
मुरादाबाद मंडल के किसान बड़ी संख्या में लौटे, कई नेता भूमिगत
मुरादाबाद मंडल के कई किसान नेता और उनके साथ गए किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के बाद या तो लौट आए हैं या धरने में होने के बाद भी नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गए हैं। कई नेता भूमिगत हो गए हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली उपद्रव के बाद सरकार के सख्त तेवर के कारण वे सामने आने से बच रहे हैं। रामपुर के बिलासपुर में बुधवार को उस समय अचानक तनाव की स्थिति बन गई जब बड़ी संख्या में अफसर फोर्स के साथ इलाके के किसानों का नेतृत्व करने वाले नवाबगंज गुरुद्वारा के बाबा अनूप सिंह से मिलने पहुंचे। उनकी गिरफ्तारी की अफवाह पर सैकड़ों की संख्या में सिख समाज के लोग गुरुद्वारे पहुंच गए।