सीएमएचओ को भी भ्रम में रखकर करवा लिये साइन, एएनएम और नर्सिंग कॉलेज ट्रेनिंग सेंटर की मिलीभगत
उज्जैन, अग्निपथ। भोपाल में 4 दिसंबर से आशा मॉड्यूल के प्रशिक्षण लेने के लिये प्रदेशभर की सिस्टर ट्यूटरों को आमंत्रित किया गया है। इनमें से उज्जैन जिले से भी 7 सिस्टर ट्यूटरों और नर्सिंग आफिसरों के नामों को हरी झंडी दे दी गई है। लेकिन इनमें से एक सिस्टर ट्यूटर न होकर वार्डन है। लेकिन एएनएम और नर्सिंग कॉलेज ट्रेनिंग सेंटर के प्रभारियों की मिलीभगत से उसको प्रशिक्षण के लिये भेजा जा रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि सीएमएचओ ने भी बिना जांचें लैटर पर साइन कर उसका नाम फायनल कर दिया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आशा के समस्त मॉड्यूल के प्रथम चरण के प्रशिक्षण के लिये जिले से नाम मांगे गये थे। एएनएम ट्रेनिंग सेंटर उज्जैन से भी नाम मांगे, जिस पर वार्डन के पद पर पदस्थ रोनिका जेवियर का नाम सेंटर की प्रभारी ने फायनल कर नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल को भेज दिया।
यहां से हरी झंडी के लिये सीएमएचओ के पास भेजा गया। यहां के कार्यालय के बाबुओं की मिलीभगत से वार्डन जेवियर का नाम पर सीएमएचओ के साइन करवा कर भोपाल भेज दिया गया। एनएचआरएम द्वारा जिले से रोनिका जेवियर, नर्सिंग आफिसर श्रीमती सेवंती पटेल, नर्सिंग आफिसर श्रीमती अराधना मिश्रा, ललित नागर, नर्सिंग आफिसर श्रीमती सुनिता जोशी, सिस्टर ट्यूटर श्रीमती सुषमा योहाना और सिस्टर ट्यूटर श्रीमती हेमलता जावड़े का नाम फायनल कर दिया गया। केवल रोनिका जेवियर को छोडक़र बाकी सभी सिस्टर ट्यूटर और नर्सिंग आफिसर के पद पर पदस्थ हैं। यहां पर इस तरह की धांधली कोई नई बात नहीं है।
चार सिस्टर ट्यूटरों के नाम नहीं भेजे
सुदामा नगर रोड स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेंटर उज्जैन में चार सिस्टर ट्यूटर पदस्थ हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि इतनी अनुभवी सिस्टर ट्यूटरों के होने के बावजूद इनमें से किसी एक को भेजने की जगह वार्डन का जिला प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षण लेने के लिये नाम चयनित कर लिया गया। रोनिका ने एमएससी की परीक्षा दी है और अभी इसका रिजल्ट नहीं आया है। भोपाल की सर्विस बुक में फिलहाल उसका नाम सिस्टर ट्यूटर के रूप में दर्ज नहीं है। एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में इतनी बड़ी धांधली हो रही है, लेकिन इस पर संज्ञान लेने वाला कोई नहीं है। सीएमएचओ को भी भ्रम में रखा गया है।
अटैचमेंट में है वार्डन
शाजापुर से उज्जैन पदस्थ हुई रोनिका जेवियर अटैचमेंट पर एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में पदस्थ हुई है। उनको वार्डन का पद भी दे दिया गया। ज्ञात रहे कि वर्तमान में जिलों में जिला प्रशिक्षकों की कमी को देखा जा रहा है जिससे जिला स्तर पर होने वाले प्रशिक्षण प्रभावित हो रहे है। जिलों से बार बार जिला प्रशिक्षकों की मांग को देखते हुए नवीन जिला प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण किया जा रहा है। अत: 4 से 15 दिस बर 2023 तक 12 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण स्थान क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज प्रशिक्षण केन्द्र बरखेड़ी कला साक्षी ढाबे के पास भोपाल में आयोजित किया गया है।
मैं एक कार्यक्रम में हूं। इस गड़बड़ी को देखता हूं।
-डॉ. दीपक पिप्पल, सीएमएचओ उज्जैन