उज्जैन से 35 संत आदि उसे समारोह में भाग लेंगे; विहिप ने मालवा प्रांत के 28 जिलों के प्रतिनिधियों को अक्षत कलश भेंट
उज्जैन, अग्निपथ। अयोध्या में भव्य नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विश्व हिंदू परिषद के मालवा प्रांत के 28 जिलों से ही प्रतिनिधियों को आमंत्रण के पीले चावल बांटने का कार्य आज से शुरू हो गया।
यह पीले चावल 1 से 15 जनवरी के बीच विश्व हिंदू परिषद की जिला इकाई द्वारा अपने अपने जिले में घर-घर बांटे जाए जाएंगे महाकाल मंदिर के समीप स्थित भारत माता मंदिर में अयोध्या से लेकर आए अक्षत कलश से 32 अक्षत कलश तैयार किए गए हैं।
अयोध्या से अक्षत कलश लेकर आए विश्व हिंदू परिषद के प्रांत महामंत्री विनोद शर्मा ने चर्चा के दौरान बताया कि अयोध्या में ऐतिहासिक श्री राम मंदिर के निर्माण से विश्व धर्म की रोशनी से प्रकाशमान होगा यह मंदिर हम सभी की आस्था का केंद्र है।
आपने बताया कि 5 नवंबर को अयोध्या से 5 किलो का अक्षत कलश उज्जैन लाया गया जहां इसमें 80 किलो घी एवं हल्दी से मिश्रित अक्षत मिलकर मालवा प्रांत के 28 जिलों से आए दो-दो प्रतिनिधि एवं प्रांत कार्यकारिणी सदस्यों को प्रत्येक जिले के अनुसार 2 किलो चावल का अक्षत कलश दिया गया है।
परिषद एवं राष्ट्रीय सेवक सेवा संघ मिलकर 1 से 15 जनवरी के बीच गांव गांव घर-घर पहुंचकर नागरिकों को पीले चावल देकर निवेदन करेगा कि वह 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अपने घर कम से कम पांच दीपक जरूर लगाए, इससे अयोध्या सहित उज्जैन जिले में भी उत्सव जैसा माहौल बन जाएगा। हर घर की की दहलीज पर दीप उत्सव मनाया जाएगा।
श्री राम मंदिर में दो मूर्तियां स्थापित होगी
अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान राम की दो मूर्तियां स्थापित की जाएंगी जिसमें अभी विराजमान राम लला की मूर्ति को चल मूर्ति के रूप में स्थापित किया जाएगा। जबकि अचल मूर्ति की पूर्ण विधि विधान से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के अतिथि में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस 51 इंच की अचल मूर्ति का निर्माण राम सेवक पुरम में कर्नाटक व राजस्थान के मूर्ति कलाकार निर्माण कर रहे हैं। श्री राम मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के अनुसार इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भव्य राम मंदिर के गर्भ गृह में की जाएगी।