दिनेश जैन पुनर्मतगणना में फिर जीते, मोहन यादव और अनिल जैन कालूहेड़ा जीत का जश्न मनाने शहर में निकले
उज्जैन (राजेश रावत), अग्निपथ। विधानसभा चुनाव की मतगणना इंजीनियरिंग कालेज में तय समय पर शुरू हुई। डाकमत पत्रों की गिनती शुरू होते ही कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी सचिन शर्मा हर मतगणना कक्ष का निरीक्षण करने निकले। सभी मतगणना कक्षों में हालात बेहद तनावपूर्ण थे, परन्तु कलेक्टर एसपी सहजता से सभी से मिलते हुए निरीक्षण करते रहे। वे 10 बजे करीब मीडिया सेंटर भी पहुंचे। जहां उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर पत्रकारों से चर्चा की।
देश भर की विधानसभा के रुझान भी देखे। सुबह से ही राजनीतिक दलों के समर्थकों की भीड़ इंजीनियरिंग कालेज पहुंच रही थी। भीड़ को बढ़ती देख प्रशासन ने तत्काल ही रास्तों पर बेरीकेट लगाकर व्यवस्था को चाकचौबंद कर दिया। मतगणना कक्ष में वोटों की गिनती हो रही थी और बाहर कार्यकर्ता नारेबाजी करके उत्साह और जोश दिखा रहे थे। इधर दिनेश जैन 105 वोटों से जीत गए थे।
उनकी जीत को बहादुर सिंह चौहान ने चुनौती दी। इस पर फिर से वोटों की गिनती हुई और उनके पांच वोट कम हो गए। 100 वोट ईवीएम और 185 वोट उन्हें डाकपत्र से मिले थे। इससे उनकी जीत 285 वोटों से हुई और वे कांग्रेस के दूसरे जीतने वाले प्रत्याशी बने। महेश परमार को पहले ही विजेता घोषित किया जा चुका था। उनकी जीत को चुनौती देने की कोशिश की गई थी। परन्तु निर्वाचन अधिकारी ने इसे नहीं माना।
साढ़े 9 बजे आया पहले चरण का रिजल्ट
मतगणना शुरू होने के बाद करीब साढ़े 9 बजे पहला रिजल्ट आया। मीडिया सेंटर में इसकी घोषणा हुई। इसमें भाजपा प्रत्याशी अनिल जैन को 5608 वोट, कांग्रेस की माया त्रिवेदी को 3220 वोट, घट्टिया से कांग्रेस के रामलाल को 2816 वोट, सतीश मालवीय को 3507 वोट, दिनेश जैन को 4481 वोट, बहादुर सिंह चौहान को 4198 वोट मिले थे। जबकि नागदा के दिलीप गुर्जर को 4828, दिलीप गुर्जर को 3692 वोट मिले।
जिनका जल्दी रिजल्ट आया वे जीतते गए, केवल मोहन ने बदली परंपरा
विधानसभा चुनाव की मतगणना में सात में से छह प्रत्याशियों के पहले राउंड का रिजल्ट आ गया था। परन्तु पूरे शहर में मोहन यादव और चेतन यादव की फाइट चर्चा का विषय थी और इसके नतीजे देरी से आने पर सभी का सब्र टूट रहा था। हर व्यक्ति केवल इन दोनों के बीच होने वाली मतगणना का नतीजा जानना चाहता था। करीब डेढ़ से दो घंटे बाद पहले चरण का रिजल्ट आया।
इसमें चेतन यादव 5315 वोट लेकर मोहन यादव से आगे निकल गए थे। मोहन यादव को 3342 वोट मिले थे। करीब पांच राउंड तक चेतन ने अपनी बढ़त कायम रखी। परन्तु उनके बाद दोनों के बीच मुकाबला चल पड़ा और अंत तक आगे पीछे का नतीजा आता रहा। 21 राउंड की मतगणना में मोहन यादव ने चेतन यादव को 13 हजार 286 वोटों से हरा दिया। इस जीत का नतीजा भी सात बजे के करीब आया।
मीडिया सेंटर पर आधे दिन बाद बंद हुआ इंटरनेट
इंजीनियरिंग कालेज में कवरेज करने आने वाले पत्रकारों के लिए इंटरनेट की व्यवस्था की गई थी। परन्तु अव्यवस्था के चलते आधे से ज्यादा पत्रकारों को निर्वाचन कक्ष पर उपलब्ध वाईफाई से नेट कनेक्शन नहीं मिल पाया। फिर भी मीडियाकर्मी अपने नेट कनेक्शन के माध्यम से वाट्सएप और अन्य साधनों से लाइव मतगणना की रिपोर्टिंग कर रहे थे। परन्तु आधे दिन के बाद वह नेट कनेक्शन भी बंद हो गया था।
पूरा इंजीनियरिंग कालेज में नेट कनेक्शन बंद होने से लाइव कवरेज बंद हो गया था। जनसंपर्क की टीम से संपर्क करने के बाद भी वे नेट कनेक्शन शुरू नहीं करवा पाए थे। उनका कहना था कि बीएसएनल का कर्मचारी तैनात किया गया था। परन्तु वह भी फोन नहीं होने की वजह से कहां चला गया पता नहीं चल पा रहा है। इंटरनेट कनेक्शन देर शाम तक बहाल नहीं हो पाया था।
घट्टिया के रामलाल पहले चरण से पिछड़े तो अंत तक पिछड़ते रहे
घट्टिया विधानसभा की मतगणना के पहले चरण में सात प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा वोट भाजपा के सतीश मालवीय को 7651 वोट मिले थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के रामलाल रामलाल मालवीय को 5831 वोट मिले थे। इसके बाद रामलाल मालवीय लगातार भाजपा के सतीश मालवीय से राउंड दर राउंड पिछड़ते चले गए और अंत में 1782 वोटों से हार गए।
आया आया.. शेर आया, रास्ता छोड़ों महेश परमार आया के नारे लगे
तराना में कांग्रेस के महेश परमार और भाजपा के ताराचंद गोयल के बीच मुकाबला था। महेश परमार की जीत को लेकर शुरू से ही कशमकश शुरू हो गई थी। महेश परमार पहले राउंड में 3605 वोट लेकर आगे हो गए थे। वहीं दूसरे राउंड में 63 वोटों से आगे बढ़े तो सबकी पेशानी पर बल आने लग गए थे। हालांकि तीसरे राउंड में 12067 वोट लेकर उन्होंने 2 हजार से ज्यादा की बढ़त बनाई थी। जो अंत तक बनाए रखी। 2100 मतों की जीत के साथ ही उनका समर्थकों में खुशी का माहौल बन गया। इसे ताराचंद की तरफ से चुनौती देने का प्रयास किए जाने पर भारी बवाल मच गया था। हालांकि उनके समर्थकों ने आया..आया ..शेर आया… महेश परमार आया के नारे लगाकर पूरे इंजीनियरिंग कालेज को गुंजा दिया था। पूरा फोर्स सतर्क हो गया था। चारों तरफ व्यवस्था को चाक चौबद कर दिया गया था। बाहर उनके समर्थकों और अन्य जीते प्रत्याशियों के समर्थक पटाखे फोडक़र और नगाड़े बजाकर जश्न मना रहे थे।
डाकमत पत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों को सबसे ज्यादा वोट मिले
कांग्रेस के प्रत्याशी भले ईवीएम से मिले वोटों में हार गए हैं। परन्तु वे डाकमत पत्रों में जीते हैं। रामलाल को 428 वोट मिले तो सतीश मालवीय को 232 वोट ही मिले। नागदा में तेज बहादुर को 365 वोट मिले तो दिलीप गुर्जर को 533 वोट मिले। महिदपुर में दिनेश जैन को 368 वोट तो बहादुर सिंह को 183 वोट मिले। यहीं वोट दिनेश जैन की जीत का बड़ा आधार बने। फिर से हुई मतगणना में दिनेश जैन बोस और तेजबहादुर के बीच भारी नोंक झोंक हुई। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें दिनेश जैन मतगणना अफसरों से कागज ही छीनते नजर आ रहे हैं।
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