वर्ष 2020 में कांग्रेस की सरकार गिरने पर दिग्गी पर की थी बयानबाजी, अब नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में है सिंघार
धार, अग्निपथ। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों ने भाजपा को भारी बहुमत देकर दोबारा सत्ता सौंप दी है। भाजपा की सत्ता वापसी के बाद कांग्रेस मंथन कर रही है। भोपाल में मंगलवार को प्रत्याशियों की बैठक हुई। इस बैठक के बाद अब प्रदेश कांग्रेस में परिवर्तन के भी कयास शुरू हो गए है। इस बीच पूर्व वन मंत्री और चौथी बार विधायक चुने गए उमंग सिंघार का ट्विट सुर्खियों में है।
इस ट्विट में पूर्व मंत्री सिंघार ने कांग्रेस की हार को स्वीकार करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी का हर एक कार्यकर्ता मजबूती से चुनाव लड़ा और हम सब संगठित है। इसके बाद उन्होंने इस पोस्ट के अंत में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से माफी भी मांगी।
पूर्व मंत्री व गंधवानी विधायक उमंग सिंघार की ट्विट किया कि मप्र विधानसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में नहीं रहे है। हम जनादेश का सम्मान करते हुए चुनाव परिणामों को स्वीकार करते हैं। कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के मार्गदर्शन में कांग्रेस पार्टी का हर एक कार्यकर्ता मज़बूती से चुनाव लड़ा है। हम सब संगठित हैं, एक हैं एवं भविष्य की लड़ाई के लिए तैयार हैं। साथ ही मैं यह भी कहना चाहूंगा कि मेरे पूर्व के किसी भी आचरण से दिग्विजय सिंह के सम्मान में कोई भी ठेस पहुंची हो तो उसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं।
सिंघार को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की अटकलें
दरअसल उनकी इस पोस्ट के कई राजनीतिक मायने लगाए जा रहे है। प्रदेश में सरकार बनाने से पिछडऩे के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर चल रहा है। इस बीच कांग्रेस विधायक सिंघार का नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की खबर है। जबकि सिंघार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने की भी अटकलें लगाई जा रही है। ऐसी स्थिति में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से दूरियां इन जिम्मेदारियों से सिंघार को दूर रख सकती है।
इसे डैमेज कंट्रोल के तौर पर भी देखा जा रहा है। हालांकि इन दो बड़े नेताओं में यदि सहमति बन जाती है तो कांग्रेस को संगठन स्तर पर जरूर फायदा होगा और कांग्रेस में भी बदलाव से कुछ नए सुधार होने की उम्मीद बंधेगी।
पहले की थी बयानबाजी
गौरतलब है कि पूर्व वन मंत्री सिंघार ने कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर हमला बोल दिया था। वर्ष 2020 में कांग्रेस की सरकार गिरने पर पूर्व सीएम सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए बयान दिए थे। इस बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस में भूचाल आया था। बयानबाजी का यह दौर काफी सुर्खियों में रहा था। इसके बाद यह पहला मौका है, जब पूर्व वन मंत्री सिंघार ने खुलकर सार्वजनिक प्लेटफार्म के जरीए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से माफी मांगी है।