देवास, अग्निपथ। शहरीय सीमा से 8 किमी दूरी पर स्थित ग्राम शिप्रा में एक दुकान में रखे गैस सिलेंडरों में ब्लास्ट के बाद आग लग गई। जिसके बाद एक के बाद एक हुए 8 धमाकों में दो लोग घायल हो गए। धमाके इतने तेज थे कि दुकान की दीवारें भी ढह गईं। दुकान की छत भी उड़ गई। इससे सटी दो अन्य दुकानों में भी आग लग गई। घटना के बाद इलाके में हडक़ंप मच गया।
घटना शहर के शिप्रा इलाके में शुक्रवार दोपहर की है। लोहार पिपल्या का रहने वाला मनीष पटेल छोटे चूल्हे और बर्तन बेचता है। वह घरेलू गैस के छोटे सिलेंडर बेचता भी है और उनकी री-फीलिंग भी करता है। री-फीलिंग के दौरान ही हादसा हुआ। हादसे में मनीष और विशाल नवलिया घायल हुए हैं।
आग पर काबू पाने के लिए इंदौर, सांवेर और देवास से फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंचीं। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। हादसे में दो लोग घायल हो गए जिन्हें देवास के महात्मा गांधी जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।
अमलतास मेडिकल कॉलेज द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
देवास, अग्निपथ। राष्ट्रीय सीपीआर दिवस के उपलक्ष्य में अमलतास इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज देवास में कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई जिसमे डॉ. सोनाली अग्रवाल एवं क्कत्र रेसीडेंट्स टीम द्वारा सीपीआर सही तरीके से करने की प्रकिया को समझाया एवं प्रदर्शन दिया।
सीपीआर एक एसी तकनीक है जिसका उपयोग बीमार व्यक्ति को अस्पताल पंहुचने से पहले जीवित रखने के लिये हृदय की मांसपेशियों पर दबाव डालने के लिये किया जाता है। कार्यक्रम में अमलतास कॉलेज के डीन डॉ. शरद चन्द्र वानखेड़े, चिकित्सा अधीक्षक डॉ . ए.के. पिठवा, चिकितित्स्क एवं 300 से अधिक छात्र छात्राओं ने इस सेशन में भाग लिया एवं इस सीपीआर लाइफ सेविंग प्रकिया का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया।
अमलतास कॉलेज के चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया ने बताया गया की कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन अवेयरनेस प्रशिक्षण का उद्देश्य सभी स्वास्थ्य कर्मियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट , एडवांस लाइफ सपोर्ट और ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफीब्रिलेटर डिवाइस के प्रयोग की जानकारी देना हे एवं कार्डियक अरेस्ट यानि कि हृदय गति रूक जाने पर तत्काल चिकित्सा सहायता देने के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
आगे भी इस महत्वपूर्ण प्रकिया को संभाग के चारो जिलो तक पंहुचाने के लिये अमलतास द्वारा सीपीआर पर जन-जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन किये जायेंगे।