मप्र मंत्रिमंडल में भागीदारी का सवाल: चिंतामण और यादव के बीच सत्ता का संतुलन बैठाता है संगठन या एक को कमान देगा

उज्जैन, अग्निपथ। आज शाम तक मप्र में सीएम के नाम का ऐलान हो जाएगा। वहीं उज्जैन संभाग से भी किसको मंत्री मंडल में स्थान मिलता है। इसको लेकर अटकलें और समीकरण के आधार पर जोड़ तोड़ तेज हो गई है। मंत्री मंडल में उज्जैन दक्षिण से तीसरी बार जीते विधायक मोहन यादव और आलोट से जीते चिंतामण मालवीय के बीच सीधा मुकाबला है।

यादव जहां सबसे ताकतवर नेता बनकर उभरे हैं। वहीं चिंतामण ने प्रेमचंद गुड्डू जैसे दिग्गज नेता को धूल चटाई है। उनकी रिकॉर्ड जीत भी उनके कद को बढ़ा रही है। बाकी उज्जैन जिले के नेताओं ने तो मंत्री मंडल में स्थान को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। चाहते तो सभी हैं पर संगठन में उनकी ऐसी पकड़ नहीं है, जैसी इन दोनों नेताओं की है।

भाजपा नेताओं की तमाम कोशिशों के बाद भी मोहन यादव टिकट भी ले आए और जीत भी गए। वहीं चिंतामण मालवीय टिकट मिलेगा या नहीं इसकों लेकर संशय था। क्योंकि उनका सांसद का टिकट कट गया था। उसके बाद हासिये पर चले गए थे। परन्तु विधानसभा चुनाव से पहले मोहन यादव के विरोध के साथ ही चर्चा में फिर से आए चिंतामण टिकट भी ले आए और रिकॉर्ड 68 हजार मतों से ज्यादा से जीत भी गए।

अब माना जा रहा है कि मोहन यादव से नाराज भाजपा नेता चिंतामण के बैनर तले एक बार फिर से एकत्र हो जाएंगे। इससे सत्ता और संगठन में उनको चुनौती दी जा सकेगी।

शुजालपुर से विधायक इंदर सिंह परमार की आरएसएस में मजबूत पकड़ है। इससे उनका स्थान भी मंत्री मंडल में संभावित माना जा रहा है। संगठन के सामने आने वाले समय में लोकसभा की चुनौती है। इसे ध्यान में रखकर भी मंत्री मंडल में स्थान तय किया जा सकता है।

सबसे ज्यादा रोचक स्थिति इन दोनों नेताओं को लेकर ही है। मालवीय को पारस जैन समेत अन्य नेताओं को समर्थन मिलने की बात कही जा रही है। मंत्री मंडल में दोनों को स्थान मिलता है या दोनों में एक को स्थान मिलता है इसे लेकर अभी से अटकलें लगने लगी हैं।

माना जा रहा है कि चिंतामण मालवीय भले ही आलोट से विधायक हैं परन्तु संभाग में उनका दखल बराबर रहेगा। चूंकि सांसद रहे चुके और उज्जैन में रहते हैं। ऐसे में उज्जैन से जुड़े मामले में उनका दखल सीधा भले न रहे, परन्तु परदे से पीछे से तो रहेगा ही ।

संघ के प्रांत संघ चालक शास्त्री और उज्जैन विभाग के संघ चालक भट्ट

शाजापुर में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की महत्वपूर्ण बैठक हुई। निर्वाचन वर्ष होने पर मालवा प्रांत के संघ चालक के रूप में फिर से प्रकाश शास्त्री को दायित्व दिया गया है। इनके अधीन उज्जैन और इंदौर संभाग रहेंगे। शा ी मूलत: खंड़वा के हैं। वहीं उज्जैन विभाग के संघ चालक के रूप में बलराज भट्ट को भी फिर से दायित्व दिया गया है। भट्ट खचरौद के रहने वाले हैं। इनके अधीन उज्जैन और आगर जिला रहेगा।

वहीं मालवा प्रांत के कार्यवाह का दायित्व विनित नवाथे को दिया गया है। उनके साथ सहकार्यवाह के रूप में रघुवीर सिंह सिसौदिया, श्रीनाथ गुप्ता को दायित्व दिया गया है। उल्लेखनीय है कि संघ की शाजापुर में दो दिनों से बैठक चल रही थी।

Next Post

धरमपुरी को कांग्रेस से छिनकर भाजपा की झोली में डाला, अब मां नर्मदा का जल गांव-मजरों तक पहुंचाना है

Sun Dec 10 , 2023
नवनिर्वाचित विधायक कालूसिंह ठाकुर ने की सीएम शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात, क्षेत्र के लिए रखी विकास कार्यों की मांग धार, अग्निपथ। प्रदेश में भाजपा की इस बार के विधानसभा चुनाव में बंपर जीत हुई है। इस जीत में धरमपुरी ने भी सहभागिता की है। काफी खिंचतान और विरोध के बावजूद […]