नागदा, अग्निपथ। गांव बिरियाखेड़ी में जितेंद्र हत्याकांड का खुलासा गुरुवार की रात्रि में सीएसपी ने किया, जिसमें एक ढाबा संचालक सहित चार युवकों को आरोपी बनाया गया। बादल को छोडकऱ शेष सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज है। जबकि मृतक के खिलाफ भी दो मारपीट के प्रकरण दर्ज है।
स्टेट हाईवें नंबर 17 पर स्थित गांव बिरियाखेड़ी में 12 दिसंबर की अलसुबह जितेंद्र पिता जसवंतसिंह चौहान उम्र 28 वर्ष की संदिग्ध मौत के मामले में सीएसपी ब्रजेशकुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार की रात्रि सात बजे सीएसपी कार्यालय पर पत्रकारवार्ता लेकर खुलासा किया।
सीएसपी ने बताया कि मनोज पिता बापुलाल बंजारा उम्र 28 वर्ष निवासी रतलाम फाटक नागदा हाल मुकाम दीपक नेगी का खेत ने एक शादीशुदा महिला के विवाह कर लिया था, जिसके पिता और भाई को यह मंजुर नहीं था वह लगातार बेटी बहन को लेने के लिए आ रहे थे, जिसके कारण मनोज दहशत में था।
12 दिसंबर की रात्रि में लगभग साढ़े 11 बजे जितेंद्र ने दरवाजा खटखटाया तो मनोज ने सोचा की उसके सुसराल वाले पत्नी को लेने आ गए। मनोज ने ढाबा संचालक अनिल मीणा, बादल चंद्रवंशी, विकास मकवाना को मोबाईल पर सूचना देकर बुलाया। चोरों ने जितेंद्र के साथ मारपीट की, जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया। घायल को बाईक की मदद से सडक़ किनारे फेंक दिया और डॉयल-100 को सूचना दी की सडक़ किनारे एक घायल पड़ा है। पुलिस को शंका होने पर जांच की गई तो मामला हत्या का सामने आया।
टीआई पिंकी आकाश ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अनिल, बादल, मनोज और विकास को राउंडअप किया। जिसमें आरोपितों को पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया, मोबाईल का डाटा आने के बाद पुलिस के सामने तस्वीर स्पष्ट हो गई।
पुलिस ने अनिल बाबुलाल मीणा उम्र 42 वर्ष निवासी प्रकाशनगर नागदा, मनोज पिता बापुलाल बंजारा उम्र 25 वर्ष निवासी रतलाम फाटक नागदा, बादल पिता कैलाशचंद्र चंद्रवंशी उम्र 29 वर्ष निवासी ठिकरिया, विकास पिता मांगीलाल मकवाना निवासी अटलावदा पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया। हत्या में उपयोग किए गए डंडे और हथियार भी जब्त किए।