सेंट थॉमस स्कूल में गोल्डन जुबली समारोह हुआ
बडऩगर, अग्निपथ। इस स्कूल के बच्चों की रंगारंग प्रस्तुति बहुत ही बेहतर है। मैंं अपनी ओर से शुभकामनाएं देती हूं कि इन बच्चों का भविष्य चमकदार हो। आप सभी अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दें और पढ़ाई पूरी करने के बाद भविष्य में जिस भी क्षेत्र का चयन करे उसमें भी अपना बेस्ट करे। यही आपकी सफलता होगी।
यह विचार अनुविभागीय अधिकारी शिवानी तरेटिया ने स्थानीय सेंट थॉमस स्कूल के गोल्डन जुबली समारोह में संस्था परिवार के छात्र -छात्राओं द्वारा रंगारंग सांसकृतिक प्रस्तुति के दौरान उपस्थित बच्चो, पालकगण व स्कुल परिवार के सदस्यो व आगन्तुक अतिथियों के बीच स्कुल परिसर पर मुख्य अतिथि बतौर व्यक्त किए।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए बिशप डॉ. सेबेस्टियन वडक्कल ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा का मतलब ही बदल गया है। शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं है। शिक्षा से कैसे जीवन जीना है, कैसा व्यवहार बनाना है यह भी आना चाहिए। आप सभी अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें व माता पिता का नाम रोशन करें।
स्वागत भाषण व अतिथि परिचय फादर शिबुश ने दिया। प्राचार्य मोली टोमी ने स्कूल के बारे में जानकारी दी। अतिथियों को प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। स्कूल शुरूआत से लेकर अभी तक के मैनेजर फादर व प्रिंसीपल के कार्यकाल के बारे में भी जानकारी दी। स्कूल परिवार के सभी सदस्यों के सराहनीय सहयोग से सम्पन्न कार्यक्रम को पालकगण व बच्चो ने सराहा। आभार जानकुट्टी सर ने माना।
मुझे किसी के सामने कान नही पकडऩा पड़े
संस्था शिक्षक माधुरी के निर्देशन में आयोजित रंगारंग समारोह में एलकेजी से 12वीं तक के बच्चो ने मन मोहने वाली सुंदर रंगारंग प्रस्तुती देकर स्कूल स्टाफ सहित उपस्थित पालकगण व अतिथियों का मन मोह लिया। संस्था की महिला शिक्षिकाओं ने भी नृत्य की प्रस्तुती दी। इस दौरान संस्था से संबंधित दिवंगत शिक्षक-शिक्षिकाओं व स्टाफ कर्मियों को भी याद किया गया।
वहीं संस्था के पूर्व छात्र नितिन चौधरी ने पढ़ाई के दौरान के अपने अनुभव मंच से साझा करते हुए संस्था से दी गई शिक्षा की प्रशंसा की व शिक्षक – शिक्षिकाओं द्वारा गलतियों पर कान पकडक़र कर दी गई शिक्षा के प्रति धन्यवाद देते हुआ कहा कि स्कूल परिवार के अच्छे शिक्षकों की वजह से मुझे किसी के सामने कान नहीं पकडऩा पड़े। जो कुछ भी यहां से प्राप्त शिक्षा की बदौलत हूं।
समारोह में मंचीय संचालन आदित्य शाह, मुन राठौड़, हिमानी तारोदिया, स्वरा त्रिवेदी, मयंक चौधरी, अथर्व काला, धैर्या ओरा, स्पर्श पांचाल, बतुल नलवाला, मुस्तफा किलोलीवाला, अनिमा पांचाल, दिव्या राठौड़ ने किया।