जिला अस्पताल की व्यवस्था देखने के लिये अपर कलेक्टर पहुंचे, खाने की गुणवत्ता और बेहतर करने को कहा
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन शहर दक्षिण के विधायक डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद अब जिला अस्पताल हाईअलर्ट मोड पर आ गया है। अस्पताल में किसी भी प्रकार की कोई कमी पेशी ना हो, इसको देखने के लिये सोमवार को अपर कलेक्टर प्रीति यादव और एसडीएम रूपाली जैन ने दौरा किया। इस दौरान सीएमएचओ और सिविल सर्जन भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री का होम टॉऊन होने के कारण अब उज्जैन शहर की व्यवस्थाओं का सुचारू होना शुरू हो गया है। सोमवार को अपर कलेक्टर प्रीति यादव और एसडीएम रूपाली जैन ने दौरा किया। उनके साथ सीएमएचओ डॉ. दीपक पिप्पल, सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा और आरएमओ डॉ. नीतराज गौड़ थे। दोनों ही अधिकारियों ने जिला अस्पताल के आईसीयू, महिला पुरुष वार्ड, ओपीडी, ड्रेसिंग रूम, सेठी बिल्डिंग के डॉक्टर्स चै बर आदि का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने मरीजों से बात कर स्थिति का जायजा लिया। ज्ञात रहे कि टीएल बैठक में उज्जैन शहर के अस्पतालों में व्यवस्थाओं की कमीपेशी का मुद्दा उठने के बाद दोनों ने अधिकारियों ने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को जानने के लिये दौरा किया।
कोरोना से बंद नसबंदी ऑपरेशन प्रारंभ
माधव नगर अस्पताल में सोमवार से नसबंदी ऑपरेशन शुरू कर दिये गये हैं। जानकारी के अनुसार 5 महिलाओं के ऑपरेशन किये गये। ज्ञात रहे कि कोरोना के समय से ही नसबंदी के ऑपरेशन बंद पड़े हुए थे। यहां पर प्रसूताओं की प्रसूति भी काफी पहले शुरू की जा चुकी है। सोमवार को कोरोना के बाद पहला नसबंदी ऑपरेशन माधव नगर अस्पताल में हुआ।
खाने की गुणवत्ता और अच्छी करो
अपर कलेक्टर के सामने मरीजो को प्रदाय किये जाने वाले खाने की वैन गुजरी तो उन्होंने खाने की गुणवत्ता की जांच की। अस्पताल प्रबंधन को उन्होंने इसकी गुणवत्ता और अच्छी करने की सलाह दी है। इसके बाद दोनों ही अधिकारी जिला अस्पताल के एक्सरे यूनिट पहुंचीं। यहां पर उन्होंने ताला लगा देखकर कहा कि 24 घंटे किस तरह से मरीजों को इसकी सुविधा मिल पाती होगी। इस पर ऑन कॉल टेक्नीशियन को बुलाकर दिखाया गया कि आवश्यकता पडऩे पर इस तरह से काम लिया जाता है। अब आगे अस्पताल प्रशासन यहां पर 24 घंटे टेक्नीशियन की तैनाती पर विचार कर रहा है।
सोमवार को अधिकारियों द्वारा जिला अस्पताल का रूटीन दौरा किया गया। – डॉ. दीपक पिप्पल, सीएमएचओ उज्जैन