200 से अधिक युवक-युवतियों ने साथ में समय बिताया
उज्जैन, अग्निपथ। शगुन शहनाई गार्डन में आयोजित अग्रवाल समाज का पंचम विवाह योग्य युवक-युवती सम्मेलन के दूसरे दिन देश के विभिन्न प्रदेशों से एक हजार से अधिक अग्रजन विवाह योग्य पुत्र-पुत्रियों को लेकर पहुंचे। 200 से अधिक युवक-युवतियों ने मंच से परिचय देकर भावी जीवन साथी के चयन के मापदंड और अपनी पसंद ना पसंद बताई।
अग्रवाल जैसीस द्वारा आयोजित सम्मेलन के संयोजक विजय अग्रवाल ने बताया कि मंच पर ही रिश्ते तय हो इस धारणा के विपरीत परिचय सम्मेलन का फोकस इस बात पर है कि यहां युवक-युवती आपस में एक दूसरे को देख लें फिर पसंद आने पर घर-परिवार देखने के बाद ही रिश्ता करें, जिससे बाद में रिश्ता न टूटे, क्योंकि जिस तेजी से रिश्ते हो रहे हैं, उसी तेजी से टूट भी रहे हैं।
मंच पर परिचय देते हुए प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि परिवार में सामंजस्य बैठाने वाली युवती चाहिये। भोपाल से आए आयुष अग्रवाल ने परिवार को साथ लेकर चलने वाली जीवनसाथी चाहिये। राजकुमार गोयल को शिक्षित लडक़ी चाहिये जो उसकी कोचिंग क्लास में हाथ बटा सके। राजगढ़ से आने वाली चंचल गोयल ऐसा जीवन साथी चाहती है जो उसकी फिलिंग्स को समझे और दोनों परिवार को साथ लेकर चले।
माचलपुर की आयुषी भी पारिवारिक साथी चाहती हैं। उज्जैन की मोनिका गोयल को ऐसे जीवनसाथी चाहिये जो अपने साथी को समझ सके, उसकी पसंद ना पसंद को समझकर परिवार के बीच रहे, वैभव गर्ग का कहना है कि जरूरी नहीं कि जीवन साथी जॉब करे, बस यह जरूरी है कि वह घर परिवार को जोडक़र घर में खुशियां बरसाए।
सम्मेलन में अधिक से अधिक युवक-युवतियां आपस में परिचय कर सके और इनके अभिभावक पूरी जानकारी जुटा सके इस हेतु 100 से ज्यादा जैसीस मित्रों की टीम आयोजन स्थल पर कार्यरत रही। इस टीम में महिला जैसीस की सरोज अग्रवाल, विजय गोयल, डॉ. मनोज अग्रवाल, अजय गर्ग, आयुष चौधरी, राजेश गुप्ता, जितेन्द्र अग्रवाल, प्रवीण बंसल, कोहिनूर बंसल, आकाश बंसल आदि ने युवक-युवतियों के बीच जाकर समन्वय का सराहनीय कार्य किया।