प्रशासनिक अधिकारियों ने आवेदकों की जनसुनवाई कर दिये आवश्यक निर्देश
उज्जैन, अग्निपथ। कलेक्टर कार्यालय के संकुल भवन के द्वितीय तल पर स्थित सभाकक्ष में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दूरदराज से आये पीडि़तों के आवेदनों पर जनसुनवाई करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिये।
जनसुनवाई के दौरान एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें पंवासा क्षेत्र की रहने वाली राजकुमारी पति राजेंद्र ने बताया कि उनके पति आगर रोड स्थित बुटेक्स फैक्ट्री में काम करता था काम के दौरान फैक्ट्री में आग लगने से वह बुरी तरह जल गया जिसका उपचार विगत कई माह से अभी तक जारी है।
घटना के दौरान फैक्ट्री मालिक द्वारा स्टांप पर लिखकर दिया गया था कि मैं प्रतिदिन 400 रुपए के हिसाब से जब तक स्वस्थ नहीं होगा वेतन दूंगा किंतु मालिक द्वारा किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद एवं राशि नहीं दी जा रही है। इस कारण मेरा परिवार भूख की कगार पर है एवं बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो गया इस पर तत्काल संबंधित अधिकारी को कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए।
यहां यह उल्लेखनीय है कि श्रीमती राजकुमारी विगत कई वर्षों से पुलिस थाना पंवासा पुलिस नगर ग्राम रक्षा समिति में एक सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं विगत कई वर्षों से दे रही है।
आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश
इंदिरा नगर निवासी योगेश ज्ञानचंदानी जो ब्रेन ट्यूमर से पीडि़त है उसने जनसुनवाई में बताया कि गंभीर बीमारी के चलते वह कई दिनों से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कई सेंटरों पर गया किंतु कहीं भी उसका आयुष्मान कार्ड नहीं बना आयुष्मान कार्ड होने से मैं अपनी बीमारी का इलाज अच्छे चिकित्सालय में करवा सकूंगा शिकायत पर उसका आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के आदेश दिए गए।
बेटी के आवेदन पर पिता के इलाज हेतु 20 हजार रु. की आर्थिक सहायता स्वीकृत
जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर के समक्ष उज्जैन निवासी श्रीमती शिवानी सुगंधी ने आवेदन-पत्र देकर अनुरोध किया कि उनके पिता की हार्ट प्रॉब्लम होने के कारण अस्पताल में भर्ती है। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण बीपीएल कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि की मदद करने की गुहार पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने तुरन्त 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत करते हुए सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि आयुष्मान कार्ड बनाने की कार्यवाही की जाये, ताकि पीडि़ता को इलाज में मदद हो सके।
सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत
जनसुनवाई में बडऩगर के ग्राम खेड़ावदा निवासी राजेश धाकड़ ने आवेदन-पत्र देकर अनुरोध किया कि उनकी भूमि से लगी हुई शासकीय भूमि पर गांव के ही लोगों ने कब्जा कर रखा है। इस सम्बन्ध में जनसुनवाई के दौरान पूर्व में एसडीएम बडऩगर को उचित कार्यवाही करने हेतु आवेदन दिया था। इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होने पर पुन: कलेक्टर के समक्ष आवेदन देकर अनुरोध किया कि शासकीय भूमि पर कब्जा हटवाया जाये, ताकि उन्हें उनकी भूमि पर आने-जाने में किसी प्रकार की तकलीफ न हो। कलेक्टर ने इस सम्बन्ध में बडऩगर एसडीएम को उचित निराकरण करने के निर्देश दिये।
कृषि भूमि पर कब्जे की शिकायत
झारड़ा तहसील के ग्राम अरन्यावेणा निवासी कंचनबाई पति अंबाराम ने आवेदन-पत्र देकर अनुरोध किया कि उनकी कृषि भूमि पर अवैध व बलपूर्वक गांव के ही भादरसिंह व मोहनबाई ने कब्जा कर लिया है। कलेक्टर ने इस सम्बन्ध में सम्बन्धित एसडीएम को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
इसी तरह झारड़ा तहसील के ग्राम भादवा निवासी शैतानसिंह ने आवेदन-पत्र देकर शिकायत की कि उनकी जमीन पर आने-जाने एवं कृषि उपकरण ले जाने के परम्परागत मार्ग को गांव के नागूसिंह पिता सबसिंह आदि ने खाई खोदकर रास्ता बन्द कर दिया है, जिससे उन्हें अपने खेत पर आने-जाने पर कृषि कार्य में गंभीर असुविधा हो रही है। कलेक्टर ने इस सम्बन्ध में एसडीएम एवं तहसीलदार को उचित निराकरण करने के निर्देश दिये।
डीपी से हो सकती है दुर्घटना
उज्जैन निवासी श्रीमती नसरीनबी पति मंसूर खान ने जनसुनवाई में आवेदन-पत्र देकर अनुरोध किया कि उनके घर के सामने लगी हुई डीपी पर कई बार दुर्घटना होने के कारण कभी भी जनहानि हो सकती है। इसलिये उक्त डीपी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कराई जाये। कलेक्टर ने सम्बन्ध में एमपीईबी के अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।