उज्जैन, अग्निपथ। मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग के सांस्कृतिक नवाचार अंतर्गत उज्जैन में संभांग स्तरीय ‘अनुगूँज 2023’ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आज 27 दिसंबर 2023 को पण्डित सूर्यनारायण व्यास संकुल हॉल (कालीदास संस्कृत अकादमी) उज्जैन मे आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री पासचन्द्र जैन, उज्जैन नगर पालिक निगम के महापौर मुकेश टटवाल, जिला पंचायत उज्जैन की अध्यक्ष श्रीमती कमला कुँवर देवड़ा, उपाध्यक्ष जिला पंचायत एवं अध्यक्ष शिक्षा समिति, उज्जैन की अध्यक्ष श्रीमती शिवानी कुँवर सोलंकी, पार्षद हेमन्त गेहलोत एवं कैलाश प्रजापति उपस्थित थे। संयुक्त संचालक, लोक शिक्षण संभाग उज्जैन सुरमा नाहटे, जिला शिक्षा अधिकारी आनन्द शर्मा, सहायक संचालक संजय त्रिवेदी, ए.एस. बघेल, महेन्द्र खत्री, एडीपीसी गिरीश तिवारी एवं योजना अधिकारी श्रीमती संगीता श्रीवास्तव भी मंचासीन थे।
अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप-प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अतिथियों का स्वागत संयुक्त संचालक, लोक शिक्षण संभाग उज्जैन सुरमा नाहटे, जिला शिक्षा अधिकारी आनन्द शर्मा, सहायक संचालक संजय त्रिवेदी, ए.एस. बघेल, महेन्द्र खत्री, एडीपीसी गिरीश तिवारी एवं योजना अधिकारी श्रीमती संगीता श्रीवास्तव आदि ने किया।
स्वागत उद्बोधन एवं अनुगूँज कार्यक्रम की परिकल्पना जिला शिक्षा अधिकारी आनन्द शर्मा द्वारा प्रस्तुत की गई। मुख्य अतिथि सांसद अनिल फिरोजिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि अनुगूँज कार्यक्रम विद्यार्थी की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक सशक्त माध्यम है, इस प्रकार के कार्यक्रम से विद्यार्थी निरन्तर अपनी अर्न्तनिहित क्षमताओं का उपयोग कर जीवन में आगे बढ़ सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि महापौर मुकेश टटवाल ने कहा कि आज के इस अवसर पर सी.एम. राईस विद्यालयों के विद्यार्थियों को सोलह बसों की सौगात भी सरकार द्वारा दी जा रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को कार्यक्रम में पूर्ण मनोयोग के साथ अपनी प्रस्तुतियाँ देकर अपनी शाला एवं नगर का नाम गौरवान्वित करने की बात कही। पूर्व मंत्री पारसचन्द्र जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में विद्यार्थियों के अभिभावकों को जोड़ा जाना चाहिए जिससे की विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का योग्य अवसर प्राप्त हो सके। अभिभावकों के निरन्तर प्रोत्साहन से विद्यार्थी सफलता के नए-नए सौपान प्राप्त कर सकते हैं।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के पूर्व जिलों से आए हुए विद्यार्थियों के मेंटर्स का अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। प्रचार-प्रसार समिति के संयोजक अमितोज भार्गव एवं संजय लालवानी ने बताया कि कार्यक्रम के शुभारंभ के पश्चात सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अन्तर्गत नटराज प्रस्तुति-सत सृष्टि शास्त्रीय सामूहिक, नृत्य रूपक-ऋतु रंग, नाटक-कर्ण भारम, समूह नृत्य-शिव तांडव स्त्रोत, एकल गायन-झनक झनक तोरी बाजे पायलिया, एकल गायन-कुहू कुहू बोले कोयलिया, सामूहिक नृत्य-बुंदेली बधाई, शास्त्रीय कत्थक समूह नृत्य- जयपुर घराने के अंदाज में, नाटक- अभिज्ञान शाकुन्तलम मालवी माच, वादन-बांसुरी, तबले की जुगलबंदी, गायन-मेघ मल्हार गरज-गरज आज मेघ, मालवी सामूहिक लोक नृत्य-चटके चुमंडली, फ्यूजन-राग वृंदावनी सारंग एवं फ्यूजन- मेरे आदर्श राम आदि प्रस्तुतियाँ हुई।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश सूर्यवंशी, कु. नेहा परमार व अवनी चौहान ने किया तथा आभार एडीपी गिरीश तिवारी ने माना।