यह मुख्यमंत्री का गृह नगर है, अब और लापरवाही नहीं चलेगी
उज्जैन, अग्निपथ। किसी भी कार्य के भुगतान का सीधा स बंध कार्य की पूर्णता से है। जो फर्म भी दिये गए आदेश अनुसार कार्य पूर्ण नहीं करती उसे भुगतान प्राप्ति का भी अधिकार नहीं। टाटा को भी अब सचेत हो जाना चाहिए। अधिकारी भी स्थल पर उपस्थित रह कार्य पूर्ण कराएं।
यह निर्देश निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने दिये हैं। शहर में प्रचलित टाटा के सीवरेज कार्यो की समीक्षा करते हुए निगम आयुक्त ने कार्यो की गति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि मैं ने अनेक बार चेतावनी दी, जुर्माना किया किन्तु उसके पश्चात् भी कार्यो को गति प्रदान नहीं की गई। यह स्थिति दर्शाती है कि टाटा के जि मेदार कार्य के प्रति गंभीर नहीं। यह मु यमंत्री जी का गृह नगर है यहां के निर्माण और विकास कार्यों, आम नागरिकों और आगंतुकों की मूल भूत सुविधाओं का विशेष याल रखना प्रत्येक जि मेदार अधिकारी का दायित्व है।
हमें नगर निगम से स बंधित प्रत्येक कार्य को पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ करते हुए मु यमंत्री जी के गृह नगर की प्रतिष्ठा को स्थापित करना है। निगम आयुक्त ने टाटा के अधिकारीयों को निर्देशित किया कि आपका कार्य अति महत्वपूर्ण है इसे दी गई समय सीमा में पूर्ण करते हूए यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो कार्य करने वाली टीमें बढांए, निगम के यंत्रीगण स्थल पर खड़े रह कर कार्य कराएं।
निगम आयुक्त ने पीएचई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि काल भैरव क्षैत्र का शेष कार्य 10 जनवरी तक पूर्ण किया जाए। समस्त स्थानों के सीवरेज संबंधी शेष कार्य रात दिन करते हुए पूर्ण करें। अब ओर विल ब नहीं हो। मेन होल, चे बर, नाला क्रासिंग इत्यादि के कार्य जनवरी माह में पूर्ण करें। गऊघाट, रणजीत हनुमान, वृन्दावन धाम इत्यादी 14 स्थानों के कार्य एक साथ शुरू करें।
कार्य नहीं तो भुगतान नहीं
निगम अधिकारी कार्यो की गुणवत्ता और पूर्णता का परीक्षण कर नियमानुसार भुगतान अनुशंसित करें। जो कार्य अधूरे हैं उन्हें निर्धारित शर्तो अनुसार पूर्ण कराया जाए। कार्य पूर्ण ना होने की स्थिति में भुगतान प्रस्तावित ना किया जाए।