कलेक्टर से मामले की जांच कराने की मांग करने पहुंचा छात्र
उज्जैन। शहर में एजुकेशन लोन को लेकर फजीवाड़े का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा तब हुआ, जब बैंक ने छात्र के घर एजुकेशन लोन के 74 हजार रुपए नहीं चुकाने का नोटिस भेजा। छात्र का कहना है कि उसने किसी कॉलेज में जब एडमिशन ही नहीं, लिया तो लोन कैसा? वहीं, कॉलेज प्रबंधन का तर्क है कि उक्त छात्र ने न सिर्फ एडमिशन लिया, बल्कि एक्जाम दिए और पास भी हुआ है। अब छात्र ने कलेक्टर से मामले की जांच कराने की मांग की है।
मक्सी रोड स्थित माधवपुरा निवासी विनोद पिता जगदीशचंद्र निर्मल ने बताया, वर्ष 2015 में गणेशपुरा स्थित ज्ञान वर्षा इंटरनेशनल स्कूल में आईटीआई में मैकेनिकल ट्रेड में एडमिशन के लिए वह कॉलेज के मैनेजर मुकेश पाटीदार से मिला था। मैनेजर ने बताया कि अभी मैकेनिकल के बजाय इलेट्रीशियन ट्रेड में दाखिला ले लो। बाद में ट्रांसफर कर देंगे, लेकिन विनोद अपनी बात पर अड़ा रहा। विनोद के बताया कि मैनेजर मुकेश पाटीदार ने एडमिशन फाॅर्म और मार्कशीट आदि कागजात ले लिए और कहा कि इसे जमा कर दो। जल्द ही, मैकेनिकल ट्रेड आने वाला है। आपको बुलाकर एडमिशन कर देंगे।
विनोद का कहना है कि बातों में आकर मैंने कागजात जमा कर दिए। उसने बताया कि इसके बाद कई बार मैंने मुकेश पाटीदार को एडमिशन के लिए कहता, तो वह हर बार टालते रहे। इस तरह से जब सत्र बीत गया, तो मैंने अपने फाॅर्म और पेपर वापस मांगे। इस पर भी वह टालमटोल करते रहे।
बैंक के नोटिस के बाद खुला मामला
दिसंबर माह में पंजाब नेशनल बैंक का नोटिस घर आया, जिसमें 74 हजार का एजुकेशन लोन नहीं जमा करने की बात लिखी थी। नोटिस में यह भी लिखा था, मेरे द्वारा 38 हजार रुपए जमा भी किए गए हैं। विनोद ने बताया कि नोटिस मिलने के बाद वह कॉलेज के मैनेजर मुकेश पाटीदार से मिला, तो उन्होंने लोन की बात से इंकार कर दिया। विनोद का कहना है कि उसने ज्ञान वर्षा इंटरनेशनल स्कूल के आईटीआई कॉलेज में मैकेनिकल ट्रेड में एडमिशन के लिए सिर्फ पेपर जमा किए थे, जब ट्रेड नहीं मिला तो वह दोबारा कॉलेज गया ही नहीं। एजुकेशन लोन तो दूर की बात है।
इधर, मैनेजर मुकेश पाटीदार ने बताया कि विनोद झूठ बोल रहा है। उसने बकायदा इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में एडमिशन लिया है। एग्जाम भी दिए और पास भी हुआ है। लोन नहीं जमा करने के लिए झूठ बोल रहा है।