नये साल प्रशासन को करीब 10 लाख लोगों के आने की संभावना, दर्शन के इंतजाम किये 5 5 जनवरी तक नहीं होंगे शीघ्र दर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। नये साल पर श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए करीब 10 लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना है। 31 दिसंबर की सुबह भस्म आरती से दोपहर 3 बजे तक करीब ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। भारी भीड़ को ध्यान में रख 29 दिसंबर से ही दर्शन की व्यवस्थाएं बदल दी गई हैं।
1 जनवरी को 250 रुपए देकर शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी। आज श्रद्धालुओं को चलित भस्म आरती दर्शन कराए गए। यह व्यवस्था 5 जनवरी तक रहेगी। उज्जैन में इन दिनों भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। 1 जनवरी को यह संख्या बढऩा तय है।
साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर (रविवार) को करीब चार लाख से ज्यादा श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन कर चुके हैं। महाकाल मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया- 31 दिसंबर को भस्म आरती के दौरान मंदिर समिति ने करीब 1000 भक्तों को अनुमति जारी की थी। इस दौरान कार्तिकेय मंडपम और गणेश मंडपम के अधिकांश जगह खाली रखी गई थी, यहां से सुबह 4 बजे बाद से ही सुबह 6 बजे तक चलायमान भस्म आरती के दर्शन भक्तों ने किए। चलित भस्म आरती दर्शन के दौरान 15 से 16 हजार श्रद्धालु मौजूद रहे।
महाकाल लोक के लिए अलग से लाइन
नए साल के पहले दिन सोमवार को दर्शनार्थी महाकाल लोक भी घूम सकते हैं। धर्म नगरी उज्जैन में यह पहली बार होगा, जब महाकाल लोक घूमने वालों के लिए अलग लाइन लगेगी। ऐसे भक्त, जिन्हें सिर्फ महाकाल लोक में जाना है, वे चार धाम मंदिर से अलग लाइन में लगकर पिनाकी गेट से महाकाल लोक में प्रवेश कर सकेंगे। इसी गेट से बाहर आ सकेंगे। मंदिर समिति के मुताबिक श्रद्धालुओं को चारधाम से प्रवेश मिलेगा। शक्तिपथ होते हुए महाकाल लोक में प्रवेश कर सकेंगे। फैसिलिटी सेंटर और फिर टनल होते हुए गणेश मंडपम से दर्शन कर निर्माल्य द्वार से बाहर होंगे। गणेश मंदिर और फिर हरसिद्धि मंदिर से वापस चारधाम मंदिर पहुंचेंगे।
पार्किंग-जूता स्टैंड की भी व्यवस्था
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए जूते स्टैंड, पानी, पार्किंग, शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी। भजन मंडली के भी इंतजाम किए जाएंगे। साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। त्रिवेणी संग्रहालय और मंदिर परिसर में मेडिकल कैम्प की व्यवस्था कर रहे हैं।
करीब एक किमी पैदल चलने के बाद होंगे दर्शन
भक्तों को महाकाल मंदिर दर्शन के लिए करीब 1 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। बैरिकेड से महाकाल लोक होते हुए महाकाल मंदिर में एंट्री दी जाएगी। वीआईपी और वीवीआईपी को बेगमबाग से प्रवेश दिया जायेगा। यहीं बनी पार्किंग में गाड़ी पार्क कर सकेंगे। निर्माल्य गेट से इन्हें एंट्री मिलेगी।
मंदिर के आसपास पार्किंग व्यवस्था
- कर्कराज पार्किंग, भील समाज धर्मशाला और कलोता समाज धर्मशाला।
- इंदौर रोड की ओर से आने वाले वाहन शनि मंदिर के पास पार्किंग कर सकेंगे।
- इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर, हरि फाटक पर हाट बाजार।
- शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज और प्रशांति धाम में भी गाडिय़ां पार्क कर सकेंगे।
- यहां से प्रशासन 50 बसों से भक्तों को नि:शुल्क मंदिर तक पहुंचाएगा।