चामुंडा माता मंदिर का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
उज्जैन, अग्निपथ। 31 दिसंबर को चामुंडा माता मंदिर के नाम दो और वर्ल्ड रिकार्ड दर्ज हो गए। जिसमें पहला निर्धन व वंचित वर्ग के लिए बफेट शाही भोजन की व्यवस्था और एक ही स्थान पर भारत दर्शन के तहत चारधाम, 12 ज्योर्तिलिंग, सप्त तीर्थ व 51 शक्तिपीठ के दर्शन कराने के कारनामें शामिल है। दोनो रिकार्ड की घोषणा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम के सदस्यों ने की है। बता दें कि इसके पहले अगस्त 2022 में मंदिर के नाम सबसे ज्यादा खिचड़ी बनाने के लिए वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज हो चुका है।
31 दिसंबर रविवार को चामुण्डा माता मंदिर के नाम एक साथ दो वल्र्ड रिकार्ड दर्ज हुए। जिसमें पहला रिकॉर्ड स्वरूचि भोज बफेट में 3100 से अधिक निर्धन एवं वंचित वर्ग के लोगो ने एक ही स्थान पर खाना खाया व दूसरा रिकार्ड भारत दर्शन के तहत चारधाम, बारह ज्योतिर्लिंग, सप्त तीर्थ व 51 शक्तिपीठ के दर्शन एक ही स्थान पर कराए गए।
भोजन बफेट में लजीज व्यंजनों के साथ ही कई प्रकार की मिठाई परोसी गई। मंदिर परिसर के बाहर आयोजित शाही भोजन व्यवस्था देखने के लिए गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड की टीम भी मंदिर पहुंची थी। टीम के मेंबर डॉ. मनीष विश्रोई ने बताया कि एक ही स्थान पर तीर्थ स्थलों के दर्शन कराने और वंचित वर्ग को शाही भोजन करने के कारनामों को गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में शामिल किया जा रहा है। वंचितों के शाही भोजन की व्यवस्था देखने के बाद अभी प्रोविजनल सर्टिफिकेट दिया गया है। भोजन करने वालों की पूरी काउंटिंग आने के बाद फायनल सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
नए साल के पहले दिन छप्पन भोग लगेगा
चामुण्डा माता मंदिर के पं. शरद चौबे, पं. सुनील चौबे व वरिष्ठ सदस्य राजेन्द्र शाह ने बताया कि 1 जनवरी को चामुण्डा माताजी का आकर्षक श्रृंगार कर छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा। प्रात: 6 बजे से रात्रि 12 बजे तक हलवा प्रसादी का वितरण होगा। वहीं 2 जनवरी को छप्पन भोग प्रसादी का वितरण होगा। यह आयोजन चामुंडा माता मंदिर एवं लायंस ऑफ उज्जैन द्वारा आयोजित किया जा रहा है।