मंदसौर जिले के दलौदा में छिपाकर रखा था चोरी का ट्रैक्टर-ट्राली
सरदारपुर, अग्निपथ। ट्रैक्टर चोर गिरोह के चार बदमाशों को सरदारपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से चोरी का एक ट्रैक्टर-ट्रॉली व वारदात में इस्तेमाल बोलेरो वाहन भी जब्त किया है। दोनों वाहनों की कुल कीमत 12 लाख रुपए बताई जा रही है। खास बात यह है कि वारदात में उपयोग किया गया बोलेरो वाहन एक आरोपी ने अपने दोस्त से पशुपतिनाथ दर्शन के लिए जाने के नाम पर मांगा था। गिरोह का एक सदस्य फरार है।
सरदारपुर तहसील के ग्राम बोला के रहने वाले किसान बाबूलाल पिता लक्ष्मण के घर के बाहर खड़े ट्रैक्टर-ट्रॉली 26-27 दिसंबर की मध्यरात्रि को अज्ञात बदमाश चुरा ले गए थे। जिसकी सरदारपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी प्रदीप खन्ना ने बताया कि प्रकरण में जांच के लिए एक टीम गठित की गई थी, टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बोला से ट्रैक्टर-ट्राली चोरी कर ले जाने वाले व्यक्ति ग्राम मौलाना में गुलाब भील के खेत मे बनी टापरी में बैठे है। साथ ही चोरी किए वाहन को कहीं पर बेचने की बातचीत कर रहे है। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची व बहादुर पिता नन्दराम, सचिन पिता चंपालाल राठौर, मनीष पिता मांगीलाल, ओंकर पिता मोहन को गिरफ्तार कर थाने पर लेकर आई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक साथी गुलाब पिता नारसिंह भूरिया भी है जो फरार है।
मंदिर के लिए मांगी थी बोलेरो
सरदारपुर एसडीओपी आशुतोष पटेल के अनुसार आरोपियों ने बताया कि गुलाब के साथ ग्राम बोला में रोड़ के पास खडे ट्रैक्टर को चोरी करने व बेचने की योजना बनाई थी। तब आरोपी बहादुर ने पायलेटिगं व आने जाने के लिए एक वाहन की जरूरत बताई। इसके बाद बहादुर अपने साथी गुलाब पिता नाहरसिंह को लेकर ग्राम धुलिया खेड़ी गया। जहां से बहादुर के दोस्त कमलेश से उसकी बोलेरो जीप (एमपी-11 सीसी-1479) पशुपतिनाथ दर्शन के लिए मंदसौर जाने का बोलकर मांगकर लाए थे। जिसके बाद किसान का वाहन चोरी किया था। आरोपियों ने बताया कि रात के अंधेरे में ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर ट्रैक्टरों की चोरी करते थे, इसके बाद फरार साथी गुलाब भूरिया को साथ लेकर मंदसौर जिले के दलौदा के निवासी प्रदीप शर्मा कुमावत को बेचते थे।
दलौदा से बरामद किया चोरी का ट्रैक्टर-ट्रॉली
वारदात के बाद बदमाशों ने चोरी के ट्रैक्टर-ट्रॉली को फरार आरोपी गुलाब भूरिया के कहे अनुसार बेचने के लिए दलौदा मण्डी के पास छिपाकर रख दिया था। गुलाब उक्त चोरी के ट्रेक्टर-ट्राली को बेचने के लिए ग्राहकों की तलाश कर रहा था। गिरफ्तार आरोपियों में बहादुर के खिलाफ चोरी सहित कुल तीन प्रकरण पूर्व से दर्ज हैं। वहीं सचिन के खिलाफ भी आबकारी एक्ट सहित अन्य कानून की विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज है।
इनका योगदान
आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्यवाही उपनिरीक्षक जेसी निनामा, भारतसिंह हटीला, रमाकांत शुक्ला, सउनि दशरथसिंह चौहान, मनोज परमार, संदीप सिंह बैंस, प्रधान आरक्षक गज्जुलाल वसुनिया, मोहनसिंह, आरक्षक रमेश नायक, प्रताप, शैतानमन, हरिशंकर, योगेश, प्रधान आरक्षक गुलाब, सैनिक राजेश व ऑपरेटर रवि पाटीदार महत्वपूर्ण योगदान रहा।