वीटीएम 5 हजार, बाकी तीन अन्य 3-3 हजार किट पहुंचीं
उज्जैन, अग्निपथ। चरक अस्पताल में कोरोना की जांच के लिये आरटीपीसीआर टेस्ट अभी तक शुरू नहीं हो पाया था। उज्जैन सीएमएचओ इसके प्रयास में लगातार लगे हुए थे। अब चारों किट उज्जैन पहुंच चुकी हैं। आज चरक अस्पताल की सेंट्रल पैथालॉजी में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिये ट्रॉयल रन होगा। चरक अस्पताल के तकनीशिनों की सहायता के लिये आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से माइक्रोबायोलॉजिस्ट को बुलवाया गया है। इसके साथ ही सेंपलिंग ओपीडी के भी आज शुरू होने की संभावना है।
देश में कोराना के मरीज बढऩा शुरू हो गये हैं। हालांकि पिछले कोरोना वेरियंट ओमिक्रान की अपेक्षा इस बार का कोरोना का नया वेरियंट जेएन.1 का यूटेशन तेज होने के कारण यह तेजी से फैल रहा है। इंदौर भोपाल में बढ़ती मरीजों की सं या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग उज्जैन ने भी चरक अस्पताल की सेंट्रल पैथालॉजी के माइक्रोबायालॉजी विभाग में आरटीपीसीआर मशीन लगवा दी है।
जांच का रिजल्ट दिखाने के लिये चार कंपोनेंट इसमें लगाने पड़ते हैं। जिनमें वीटीएम 5 हजार, कंस्यूमेबल, आरटीपीसीआर कंस्यूमेबल किट 3-3 हजार आ चुकी है। लेकिन एक किट आरएनएक्स का इंतजार किया जा रहा था। वो भी उज्जैन पहुंच गई है। चारों किट के आने के बाद आज आरटीपीसीआर मशीन शुरू हो पायेगी। इसका आज ट्रॉयल रन लिया जायेगा। इसके लिये सीएमएचओ डॉ. दीपक पिप्पल ने आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से माइक्रोबायोलॉजिस्ट को बुलवाया है।
आगर शाजापुर के लिये अलग से किट मंगवाईं
उज्जैन में आगर शाजापुर को भी शामिल किया गया है। यहां के मरीजों के सेंपलों की जांच भी चरक अस्पताल में होगी। इसके लिये किट का बंदोबस्त भी किया गया है। वीटीएम किट तो इनके पास पहले से ही है। बाकी बची तीनों किटों को 3-3 हजार नग मंगवाया गया है।
सेंपलिंग भी शुरू करने की तैयारी
प्रदेश के अन्य शासकीय अस्पतालों की अपेक्षा उज्जैन में सबसे पहले कोरोना किट पहुंची हैं। ऐसे में सबसे पहले उज्जैन में ही कोरोना की जांच शुरू होगी। सीएमएचओ डॉ. पिप्पल पहले ही निर्देश दे चुके हैं कि शासकीय अस्पतालों की ओपीडी में सेंपलिंग को शुरू करना है। जिला अस्पताल के बोहरा वार्ड में संभवत: आज से गंभीर प्रकृति के सर्दी जुखाम वाले मरीजों की सेंपलिंग शुरू की जा सकती है। वहीं माधव नगर और जीवाजीगंज की ओपीडी में भी सेंपलिंग शुरू हो सकती है।
इनका कहना है
चारों किट आ चुकी हैं। केवल ट्रॉयल लिया जाना है। – डॉ. दीपक पिप्पल, सीएमएचओ उज्जैन