शाजापुर, अग्निपथ। ट्रक चालकों की हड़ताल के बीच समझाइश देने के लिए हुई बैठक में ट्रक ड्राइवर को औकात दिखाने वाला बयान देना कलेक्टर किशोर कान्याल को भारी पड़ गया। घटना के अगले दिन ही बुधवार को मुख्यमंत्री ने कायल को शाजापुर कलेक्टर पद से हटा दिया। उनकी जगह नरसिंहपुर कलेक्टर रिजु बाफना को शाजापुर का जिला दंडाधिकारी बनाया गया है।
मामले को लेकर दिए अपने बयान में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अधिकारियों को गरीबों के काम और भाव दोनों का सम्मान करना चाहिए। यह गरीबों की सरकार है अधिकारियों को अपनी भावनाओं पर और शब्दों पर काबू रखना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के दौरान अफसरों द्वारा जिन शब्दों का उपयोग किया गया, उसकी वह निंदा करते हैं। अफसरों की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी, अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें।
यह है मामला
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन मामलों को लेकर कानून में किए गए बदलाव के विरोध में ट्रक ड्राइवर ने हड़ताल शुरू कर दी थी। इसको लेकर न्यायालय के निर्देश के बाद प्रदेश घर में प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर ट्रक ऑपरेटर हो वह ड्राइवर को समझने की कोशिश की। इसी तरह की बैठक शाजापुर जिला मुख्यालय पर भी कलेक्टर किशोर कान्याल ने ली थी। इस दौरान कलेक्टर के कथित तौर पर कैश में बोलने को लेकर एक ट्रक ड्राइवर ने विरोध जताते हुए कलेक्टर से धीरे बोलने को कहा था। इस पर कलेक्टर ने भरी बैठक में ड्राइवर को तुम्हारी औकात क्या है क्या बिगाड़ लोगे कहते बैठक से बाहर करवा दिया था।
इस बात की जानकारी मीडिया और सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने ड्राइवर को अपमानित करने वाले कलेक्टर को पद से हटा दिया है।
वही यह बता दे की मंगलवार शाम ही शासन और ट्रक एसोसिएशन की बातचीत के बीच कानून को अभी लागू न करने को लेकर बनी सहमति के चलते ट्रक ड्राइवर की हड़ताल शाम को ही खत्म हो चुकी है।
'अधिकारियों को गरीबों के काम और भाव दोनों का सम्मान करना चाहिए'
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के दौरान अफसरों द्वारा जिन शब्दों का उपयोग किया गया, उसकी वह निंदा करते हैं। अफसरों की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी,… pic.twitter.com/Vov025A8Ml
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 3, 2024