घटना के तीन दिन बाद रहीम के मकान पर चला प्रशासन का बुलडोजर
शाजापुर, अग्निपथ। श्री राम कीर्तन यात्रा पर सोमवार शाम को पथराव करने वाले मुख्य आरोपी के खिलाफ आखिरकार प्रशासन ने कार्रवाई कर उसका अवैध निर्माण ढहा दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। जिसके चलते पूरी कार्रवाई शांति से निपट गई।
सोमवार शाम को काछीवाड़ा से निकाली श्री राम कीर्तन
यात्रा पर हरायपुरा से कुछ उपद्रवियों ने यात्रा पर पथराव कर दिया था, जिससे शहर में तनाव की स्थिति बन गई थी। इसके बाद हिन्दू संगठन के लोगों ने थाने पर पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद से पुलिस प्रशासन द्वारा आरोपियों की धरपकड़ की जा रही थी। पुलिस ने मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं गुरुवार को पथराव मुख्य आरोपी जलील उर्फ रहीम पिता हकीम खान (48) का हरायपुरा स्थित अवैध निर्माण तोड़ दिया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस जवान तैनात रहे। हालांकि किसी प्रकार का कोई उपद्रव नहीं हुआ और संपूर्ण कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
दो से तीन घंटे चली कार्रवाई
दोपहर करीब 2 बजे तक मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच चुका था। जिसके कुछ देर बाद ही वहां जेसीबी भी पहुंच गई और कुछ देर बाद ही आरोपी के अवैध निर्माण को तोडऩा शुरू कर दिया गया। करीब 2 घंटे में पूरा मकान ध्वस्त कर दिया गया। हालांकि इसमें बीच में जेसीबी मशीन में कुछ खराबी आई थी जिसे मौके पर ही दुरूस्त किया गया और फिर मकान को तोडऩे का काम शुरू किया गया। करीब दो घंटे बाद मकान को ध्वस्त कर दिया गया।
छतों पर तैनात किए पुलिस जवान
मकान तोडऩे में किसी प्रकार की बाधा न पहुंचे इसके लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी। जिस मकान को चिन्हित किया गया था वहां तो भारी पुलिस बल तैनात था ही। साथ ही आसपास के घरों की छतों पर भी पुलिस जवान तैनात किए थे। जो आसपास नजर बनाए हुए थे। ताकि कोई उपद्रवी कार्रवाई में बाधा न पहुंचा सके।
जिले के अन्य थानों का बल भी था तैनात
कार्रवाई को लेकर जिले के आसपास के थानो का बल भी बुलाया गया था। जिनकी उपस्थित में पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इसमें मोहन बड़ोदिया, दुपाड़ा, मक्सी सहित शाजापुर शहर के तीनो थानों का बल मौजूद रहा।
विधायक ने किया था वादा
पथराव की घटना को लेकर हिन्दू संगठन और युवाओं में काफी आक्रोश था। सूचना मिलने पर विधायक अरूण भीमावद भी पहुंच गए थे। जिन्होंने लोगों को शांत करते हुए वादा किया था कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। वहीं उन्होंने वादा किया था कि आरोपियों के घर गिराए जाएंगे। जिसे उन्होंने निभाया और पथराव का मुख्य आरोपी का मकान ध्वस्त कर दिया।