ड्रोन से रखी जा रही नजर, पतंगबाजों की छत पर पहुंच रही पुलिस
उजैन, अग्निपथ। मकर संक्रांति का पर्व रविवार और सोमवार को मनाया जाएगा। जहां क्षिप्रा में आस्था का नहान होगा, वहीं पतंगबाज खुले आसमान के नीचे पेंच लड़ाते दिखाई देगें। पतंग उड़ाने के लिये प्रतिबंधित चायना डोर का इस्तेमाल ना हो इसको लेकर पुलिस भी मैदान संभाल चुकी है। शनिवार शाम दुकान-दुकान सर्चिंग की गई। वहीं ड्रोन उड़ाकर पतंगबाजों पर नजर रखी जा रही है।
वर्ष 2010 बाद मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के लिये नायलोन से बनी चायना डोर का इस्तेमाल पतंगबाजों ने करना शुरू कर दिया था। जिसे घातक परिणाम सामने आने लगे थे। 2016 में चायना डोर से लोगों के कटते गलों के साथ पशु-पक्षियों की सैकड़ो की तादात में मौत होना सामने आने लगा था।
तत्कालीन कलेक्टर रहे कविन्द्र कियावत ने चायना डोर पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन मकर संक्रांति पर प्रतिबंध आदेश का पालन सख्ती से नहीं करा पाने की स्थिति में हादसे बढ़ते चले गये। 2022 में जीरो पाइंट ब्रिज पर प्रतिबंधित डोर से ग्राम जगोटी की रहने वाली नेहा आंजना का गला कट गया था। जिसकी जान डॉक्टर भी नहीं बच पाये थे। छात्रा नेहा की मौत के बाद प्रशासन ने प्रतिबंधित डोर को लेकर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया।
इस बार एक दिसंबर को तत्कालीन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रतिबंधित आदेश को लागू किया, उसके बाद से पुलिस मैदान में आ गई थी। पिछले एक सप्ताह से लगातार चायना डोर की तलाश की जा रही है। 2 दिनों से सर्चिंग अभियान काफी तेज कर दिया गया है। शनिवार शाम को माधवनगर थाना पुलिस ने शहीद पार्क पर लगे पतंग बाजार में दुकान-दुकान पर चायना डोर की तलाश की। करीब एक घंटे तक टीआई योगेन्द्र यादव थाना टीम के साथ प्रतिबंधित डोर की तलाश करते रहे।
महाकाल थाना टीआई अजय वर्मा अपनी टीम के साथ सबसे ज्यादा मुस्तैद दिखाई दिये। उनके क्षेत्र में सबसे ज्यादा पतंगबाजी और मु य बाजार लगाता है। टीआई वर्मा क्षेत्र में रहने वाले पतंगबाजों के घरों की छत तक पहुंचे और तलाशी अभियान चलाया।
छतों से दूरबीन के माध्यम से नजर रखी। चायना डोर की तलाश में ड्रोन भी उड़ाया जा रहा है, जहां भी संदेह नजर आ रहा है, पुलिस टीम वहां पहुंच रही है। जीवाजीगंज, खाराकुआ और कोतवाली पुलिस ने ाी अपने क्षेत्र में होने वाले पतंग-डोर कारोबार की दुकानों पर पहुंचकर प्रतिबंधित डोर की तलाश की। देर शाम तक प्रतिबंधित डोर पकड़ाने का मामला सामने नहीं आया था।
नाबालिगों के पास चाइना डोर मिली तो परिजनों पर होगा एक्शन
प्रतिबंधित चायना डोर से नाबालिग पतंगबाजी करते नाबालिग पुलिस की नजर में आये तो उनके परिजनों के खिलाफ पुलिस एक्शन लेगी। पिछले वर्ष कई नाबालिगों को पकड़ा गया था, लेकिन चायना डोर जब्त कर उन्हे छोड़ दिया गया था, इस बार पुलिस सख्त कार्रवाई के मूड में दिखाई दे रही है। एसपी सचिन शर्मा ने कहा कि घातक चायना डोर से होने वाले हादसों पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिये पुलिस सादी वर्दी में दुकानों पर पहुंचकर चायना डोर की डिमांड कर रही है।
अगर चायना डोर मिली तो बेचने वालों का सीधे सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। वर्ष 2023 में प्रतिबंधित चायना डोर को लेकर की गई कार्रवाई में बेचने वालों के मकानों को तोड़ा भी गया था। इस बार भी क्रय-विक्रय करने वालों के मकानों पर बुलडोजर चल सकता है।
अब तक सिर्फ एक हादसा आया सामने
पतंगबाजी का सिलसिला दिसंबर माह से शुरू हो जाता है, इस बार पुलिस ने पहले से ही सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिये थे। पतंगबाजार में 20 दिन पहले पहुंचकर दुकानदारों को हिदासत दी थी और दुकानों के बाहर प्रतिबंधित डोर नहीं बेचने के बैनर लगाने को कहा था। पुलिस ने पतंग-डोर के कारोबार से जुड़े दुकानदारों के आधार कार्ड लेकर उनका डाटा भी एकत्रित कर लिया था।
जिसका परिणाम यह रहा कि अब तक एक हादसा होना सामने आया। सप्ताहभर पहले इंदौर से महाकाल दर्शन करने आये बाइक सवार युवक की हरिफाटक ब्रिज पर नाक कटी थी, उसके बाद से कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस के मैदान में आने से इस बार हादसों की संख्या में काफी कमी आएगी।